डूंगरपुर. जनजाति छात्रावासों में घटिया सामग्री सप्लाई के मामले में एसीबी ने केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. इस मामले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर की तत्कालीन वित्तीय सलाहकार सहित कई अधिकारियों और मटेरियल सप्लाई करने वाली फर्म के खिलाफ मिलीभगत कर घटिया सामग्री सप्लाई करने और सरकारी धन का दुरुपयोग करने का केस दर्ज किया गया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय की ओर से मिले निर्देशों के आधार पर एसीबी डूंगरपुर ने केस दर्ज कर किया है. भ्रष्टाचार के इस बहुचर्चित मामले में एसीबी ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर की तत्कालीन वित्तीय सलाहकार अनुपमा शर्मा हाल वित्तीय सलाहकार निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग जयपुर, तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी द्वितीय (छात्रावास) गणपतलाल शर्मा हाल सेवानिवृत के अलावा विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन जयपुर एवं राजस्थान सेंट्रल स्टोर्स लिमिटेड जयपुर से मिलीभगत कर आपराधिक षड्यंत्र रचा.
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इसके बाद अधिकारियों ने अपने पद व अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए डूंगरपुर/बांसवाडा के आवासीय स्कूलों में घटिया स्तर की सामग्री खरीद की और सप्लाई की गई थी. यह सामग्री करीब 4 करोड़ 23 लाख 81 हजार 424 रुपये की थी.
सालभर पहले जांच में मिली थी घटिया सामग्री
बता दें कि सालभर पहले एसीबी डूंगरपुर के डीएसपी गुलाबसिंह ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तहत संचालित डॉ भीमराव अंबेडकर आवासीय छात्रावास डूंगरपुर, सागवाड़ा, आसपुर, सीमलवाड़ा, बिछीवाड़ा, चिखली, ओबरी में सप्लाई किये गए सामग्री की जांच की थी. इसमें नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं राजस्थान सेंट्रल स्टोर लिमिटेड जयपुर से सप्लाई किए गए गद्दे, तकिए, खेच, कंबल, चद्दर और लोहे के बेड की जांच की गई थी, जिसमे घटिया सामग्री का खुलासा हुआ था.