धौलपुर.रईस लोगों की ओर से विदेश से लाई गई वैश्विक महामारी कोरोना का खामियाजा मजदूर और गरीब लोगों को भुगतना पड़ रहा है. हवाई जहाज से चलकर आई बीमारी देश के पैदल चलने वाले लोगों पर भारी पड़ रही है. केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए लॉक डाउन की पालना में जिला प्रशासन ने मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया है. वाहनों के साथ पैदल आने वाले लोगों के आवागमन पर भी प्रशासन ने पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है.
बता दें कि जिले की दो सीमाएं आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ती है. मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की और उत्तर प्रदेश की आगरा जिले की सीमा पूरी तरह से बंद है. सैकड़ों दूर से पैदल चल कर आ रहे मजदूर जिनमें महिला पुरुष और बच्चे सीमा बॉर्डर पर फंसे हुए हैं. मजदूर बेबसी और लाचारी में घर और घाट कहीं के भी नहीं रहे. हर तरफ से इन मजदूरों को सरकार और शासन की दुत्कार मिल रही है.
धौलपुर जिले की मध्य प्रदेश सीमा पर फंसे मजदूरों का यही हाल बयां कर रहा है. भूखे प्यासे मजदूर परिवार के साथ सिस्टम की तरफ आस लगाए बैठे हैं. आखिर कब इनकों घर की दहलीज नसीब होगी. या इसी तरह से सड़कों पर शासन और प्रशासन की ठोकर और दुत्कार खाते रहेंगे.
वहीं, सागरपारा चेक पोस्ट के पास सैकड़ों की तादाद में मजदूरों के जत्थे को कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल के नेतृत्व में रोक दिया गया. लॉक डाउन की पालना के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़े हैं.