धौलपुर. जिले के दौरे पर पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए स्वामी विवेकानंद के आदर्श और सिद्धांतों पर चलने की सीख दी. जगदीप धनखड़ ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का ध्येय वाक्य "उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए," यह छात्रों का आदर्श वाक्य होना चाहिए. आपको लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सदैव प्रयासरत रहना होगा. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के कार्यक्रम में कैडेट्स को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे. डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने जगदीप धनखड़ की अगवानी की और राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के कैडेट्स ने उन्हे गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि हम एक ऐसे हॉल में बैठे हुए हैं, जिसका नाम दुनिया के महानतम विभूतियों में से एक स्वामी विवेकानन्द के नाम पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि जब स्वामी विवेकानन्द ने धार्मिक नेताओं की वैश्विक सभा को ‘भाइयों और बहनों’ के रूप में संबोधित किया तो हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी. उन्होंने कहा कि सभी छात्रों को स्वामी विवेकानन्द के ध्येय लक्ष्य प्राप्ति तक लगातार प्रयासरत रहने का अनुसरण करना चाहिए. उपराष्ट्रपति ने छात्रों से कहा कि "दोस्तों, मैं एक बड़ा बदलाव देख रहा हूं, जब मैं सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में था, तो यह केवल लड़कों के लिए था. अब हमारे देश में छात्राओं के लिए भी सैनिक स्कूल खोला गया है, जिसका उद्घाटन कुछ दिन पहले ही रक्षा मंत्री ने किया था".