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चंबल नदी में पहुंचा दुर्लभ पक्षी किंगफिशर, मछली का शिकार करने में माहिर है ये पंछी

अफ्रीका और एशिया का मशहूर पक्षी किंगफिशर धौलपुर (Kingfisher In Dholpur) आ चुका है. किंगफिशर पक्षी दिखने में बहुत सुंदर होता है. यह एक छोटे आकार का पक्षी है. आम भाषा मे इसे राम चिड़िया या किलकिला भी कहते हैं.  इस चिड़िया को किंगफ़िशर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह फिशिंग करने में मास्टर होता है. किंगफिशर की कई जातियां विश्व की विभिन्न जगहों पर पायी जाती हैं. कुल मिलाकर इसकी करीब 87 प्रजातियां हैं. जिनमें से सफेद और नीले रंग का किंगफिशर दुर्लभ माने जाते हैं.

Kingfisher In Dholpur
चंबल नदी में पहुंचा दुर्लभ पक्षी किंगफिशर

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Published : Jan 9, 2022, 2:33 PM IST

Updated : Jan 9, 2022, 3:10 PM IST

धौलपुर. रविवार सुबह चंबल नदी के ऊपर सफेद रंग के किंगफिशर को उड़ते हुए (Kingfisher In Dholpur)देखा गया है. वन्य जीव प्रेमी मुन्ना लाल निषाद ने सफेद किंगफिशर की तस्वीरों को अपने कैमरे में खींचते हुए बताया कि पाइड किंगफिशर के नाम से पहचाने जाने वाला पक्षी बहुत ही दुर्लभ होता है.

भारत मे किंगफिशर की 9 प्रजाति मिलती हैं. किंगफिशर पक्षी एशिया और अफ्रीका में पाए जाते हैं. ये पक्षी सफेद नीले और काले रंग के होते हैं. और इस पक्षी की चोंच लंबी, मजबूत और तेज होती है.

दिखा किंगफिशर

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वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि किंगफिशर शिकार का कुशल पक्षी (Kingfisher In Dholpur) है. क्योंकि अगर यह पक्षी शिकार पर हमला करती है, तो 99% सफल होती है. इस पक्षी की आंखें बहुत तेज होती हैं इसलिए इसे जमीन पर मौजूद हवा से साफ देखा जा सकता है. धौलपुर की चंबल नदी में 10 से 15 सफेद रंग के किंगफिशर को देखा गया है. जो इन दिनों चंबल नदी में मछली का शिकार कर रहे हैं.

किंगफिशर पानी पर उड़ सकता है. मादा किंगफिशर एक बार में पांच से दस अंडे देती है. यह पक्षी एक मांसाहारी पक्षी है और इसका पसंदीदा भोजन मछली है और यह छिपकली, मेंढक के चूजे, लार्वा, कीड़े और केकड़ों जैसे अन्य जानवरों को खाता है. चंबल नदी में पहुंचे किंगफिशर पक्षी से वन्यजीवों में खुशी की लहर (Kingfisher In Dholpur) देखी जा रही है.

Last Updated : Jan 9, 2022, 3:10 PM IST

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