धौलपुर.जिले में 20 दिसंबर को होने वाले निकाय चुनाव को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौर शनिवार को धौलपुर पहुंचे. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने प्रेस वार्ता कर गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के स्थान पर प्रदेश की पुलिस परोक्ष रूप से भाजपा के साथ चुनाव लड़ रही है. प्रदेश सरकार की ओर से निकाय चुनाव में पुलिस का दुरूपयोग किया जा रहा है.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि परोक्ष रूप से कांग्रेस पार्टी के हाथ के पंजे चुनाव चिन्ह की जगह पुलिस का निशान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में राजनीति की जा रही है. विपक्षी पार्टियां किसानों को गुमराह कर उनके कंधे पर बंदूक रखकर चला रही है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर राठौड़ ने कहा कि वह प्रदेश की बड़ी एवं शीर्ष नेता हैं और वह भाजपा के साथ हैं.
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'गहलोत सरकार निकाय चुनाव नहीं करवाना चाहती थी'
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि निकाय चुनाव सत्तारूढ़ दल कांग्रेस करवाना नहीं चाहती थी. उच्चतम न्यायालय के दखल के बाद प्रदेश सरकार ने चुनाव कराए हैं. उन्होंने कहा कि वार्ड और पंचायत के परिसीमन में ही कांग्रेस की बदनीयत सामने आ गई थी. कांग्रेस पार्टी ने पंचायत और निकाय चुनाव में काबिज होने के लिए वार्ड एवं पंचायतों का मनमाफिक परिसीमन किया था.
'पंचायत चुनाव में कांग्रेस 5 जिलों में सिमट गई'
राठौड़ ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के 21 जिलों में कांग्रेस पार्टी को नकार दिया गया, सिर्फ 5 जिलों में कांग्रेस पार्टी सिमट कर रह गई. उसके बावजूद कांग्रेस बोल रही है कि जनादेश हमारे पक्ष में है. उन्होंने कहा कि राजाखेड़ा नगर पालिका चुनाव में पूर्व विधायक मनोरमा सिंह के दो पुत्रों को पुलिस ने इसलिए बंद कर दिया कि राजाखेड़ा नगरपालिका में भाजपा का वर्चस्व नहीं हो. बाड़ी नगर पालिका में पुलिस संरक्षण में थाने के अंदर बैठा कर उम्मीदवारों का विड्रोल करवाया गया, ऐसा प्रदेश में पहली बार हो रहा है.