धौलपुर.जिले में शनिवार को हुई बारिश से किसानों को बड़ी राहत मिली है. पिछले एक हफ्ते से किसान बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. खरीफ फसल बुवाई के बाद खेतों में अंकुरित होकर तैयार खड़ी थी. साथ ही किसान खरीफ फसल से खरपतवार को भी पृथक कर चुका था, लेकिन बारिश नहीं होने से फसल मुरझाने के साथ सूखने के कगार पर पहुंच गई थी. लेकिन शनिवार को इंद्रदेव की मेहरबानी से काश्तकारों को बड़ी राहत मिली है.
किसानों के लिए अमृत बनकर बरसी बारिश बता दें कि किसान बारिश को अमृत बरसना मान रहे है. जिले में अधिकांश किसान पारंपरिक खेती को अहमियत देता है. जिसमें प्रमुख रुप से बाजरा, दलहन, तिलहन, मक्का ज्वार, ग्वार की फसलें हैं. वहीं बारिश के बाद जिले के किसानों ने रविवार को फसल में खाद यूरिया देने की कवायद शुरू कर दी है.
पढ़ेंःसीएम गहलोत ने लिए उच्च शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण निर्णय, इसी सत्र में शुरू होंगे 37 नए महाविद्यालय
किसान मुकेश सिंह ने बताया कि करीब 25 दिन पूर्व खरीफ फसल की बुवाई को अंजाम दिया था, किसानों ने महंगे खाद बीज डालकर फसल की बुवाई की थी. लेकिन फसल अंकुरित होने के बाद बारिश का नहीं होना किसानों के लिए परेशानी का सबब रहा था. किसानों ने पूर्व में ही खरीफ फसल की कुरप और खरपतवार को पृथक कर चुके थे, लेकिन शनिवार को 2 घंटे तक हुई झमाझम बारिश किसानों के लिए अमृत बनकर बरसी है.
किसानों ने बताया कि वर्तमान समय में मौसम का मिजाज खरीफ फसल के अनुकूल चल रहा है. जिससे किसान कठिन परिश्रम कर फसल को और अधिक प्रभावशाली बनाने की जुगत में लगा हुआ है. अगर मौसम का साथ इसी तरह रहा और बारिश समय-समय पर किसानों का साथ देती रही तो उत्पादन भी काफी अच्छा मिलेगा. बारिश ने किसानों के मुरझाए हुए चेहरों पर खुशी वापस लौटा दी है.