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खनन माफिया ने किया वन विभाग की टीम पर हमला, पथराव में सरकारी गाड़ी क्षतिग्रस्त

धौलपुर में खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए रविवार को डीएफओ पूरी टीम के साथ केसर बाग की पत्थर की खदान पर पहुंचे. इस दौरान वहां मौजूद खनन माफिया ने वन विभाग की टीम पर पथराव कर दिया. हमले में सरकारी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई.

वन विभाग की टीम पर हमला
वन विभाग की टीम पर हमला

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Published : Sep 11, 2022, 7:46 PM IST

धौलपुर. केसर बाग की पत्थर की खदानों में रविवार को खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गई वन विभाग की टीम पर हमला (Mining mafia attacked forest department team) हो गया. टीम पर खनन माफिया ने पथराव कर दिया. खनन माफिया के हमले में डीएफओ बाल-बाल बच गए लेकिन उनकी सरकारी गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. कब्जे में लिए गए ट्रैक्टर ट्रॉली को भी बजरी माफिया छुड़ाकर ले गए. घटना पर पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने खान क्षेत्र में दबिश दी लेकिन आरोपी खनन माफिया हाथ नहीं लगे.

चम्बल अभ्यारण के डीएफओ अनिल कुमार यादव ने बताया कि रविवार को सदर थाना क्षेत्र के केसर बाग की पत्थर की खदान क्षेत्र (Kesar Bagh stone quarry) में सूचना मिली कि खनन माफिया अनाधिकृत तरीके से पत्थर की खुदाई कर रहे हैं. इस वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई. खदान क्षेत्र में 10 से 15 ट्रैक्टर ट्रॉलियों में खनन माफिया पत्थरों का लदान कर रहे थे. वन विभाग की टीम को देख माफिया मौके से भागने लगे. कार्रवाई के दौरान खनन माफिया का एक ट्रैक्टर ट्रॉली विभाग की टीम ने कब्जे में भी ले लिया. जब्त ट्रैक्टर ट्रॉली को विभाग ले जाने की कवायद कर रही थी कि एक दर्जन से अधिक खनन माफिया लामबंद होकर मौके पर पहुंच गए और विभाग के कर्मचारियों पर ताबड़तोड़ पत्थरों से हमला कर दिया.

वन विभाग की टीम पर हमला

पढ़ें.अलवर में वन विभाग की टीम पर हमला, अवैध खनन की शिकायत पर गई थी कार्रवाई के लिए

वन विभाग के कर्मचारियों ने इधर-उधर भाग कर जान बचाई. खनन माफिया ने पत्थरबाजी कर सरकारी गाड़ी को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद माफिया जब्त किया हुआ ट्रैक्टर ट्राली भी छुड़ाकर मौके से फरार हो गए. घटना की सूचना स्थानीय सदर थाना पुलिस को दी गई. थाना प्रभारी नरेश पोसवाल पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक बदमाश फरार हो चुके थे. घटना ने फिर एक बार पुलिस और प्रशासन के सिस्टम पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.

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