धौलपुर. जिले में बीती रात बादल जमकर बरसे. जिले में सुबह से ही मौसम के बदले मिजाज के चलते ठंडक घुल गई. जिससे आमजन का जनजीवन प्रभावित नजर आया. रात में हुई बारिश किसानों के लिए मावठ के रूप में देखी जा रही है. हालांकि, सरसों और आलू की फसल में मामूली नुकसान की भी सम्भावना जताई जा रही है. फिर भी किसानों के लिए यह बारिश राहत बनकर बरसी है. जिससे किसानों के चेहरों पर रौनक देखी जा रही है. गेंहू और चना फसल के के लिए बारिश अमृत मानी जा रही है.
गौरतलब है कि दो दिन से खराब चल रहे मौसम ने आखिर बीती रात अपना असर दिखा दिया. आसमान में बादलों की घनघोर घटाएं छाने के बाद जमकर बारिश हुई. जिससे जिले के अन्नदाताओं को बड़ी राहत मिली है. हालांकि, सरसों एवं आलू फसल में बारिश मामूली नुकसान के रूप में देखी जा रही है. लेकिन आगे आने वाले समय में मौसम समय पर खुल जाता है तो सरसों और आलू के लिए फिर बारिश लाभकारी साबित होगी.
यह भी पढ़ें : मौसम: प्रदेश के कई इलाकों में बारिश-बूंदाबांदी के बीच गिरे ओले, ठंडी हवाओं ने ठिठुराया
किसान लज्जाराम ने बताया कि यह बारिश अन्नदाता के लिए मावठ के रूप में देखी जा रही है. रबी की प्रमुख फसलों जिनमें गेंहू, मटर और चने के लिए बारिश अमृत बनकर बरसी है. सरसों और आलू की फसल में किसान पूर्व में पानी लगा चुका था. ऐसे में खेतों में आद्रता और नमी पहले से मौजूद रही. लिहाजा और बारिश से सरसों फसल में तना गलन और फंगी साइड रोग की संभावना बढ़ जाएगी. वहीं आलू में भी तना गलन रोग दस्तक दे सकता है. लेकिन यह मौसम के मिजाज पर निर्भर करता है. अगर मौसम समय से खुल गया तो सभी फसलों के लिए बारिश अमृत साबित होगी.
गेंहू, चना और मटर फसल के लिए बारिश ने बड़ी राहत प्रदान की है. किसान करीब एक माह पूर्व इन फसलों में पलेवा के पानी को लगा चुका है. ऐसे में दूसरे पानी की सख्त जरूरत थी. लिहाजा, आसमान से बादलों की रहमत से किसानों को बड़ी राहत मिली है. जिससे किसानों के चेहरे खिले हुए है.