धौलपुर. वरिष्ठ फिजिशियन एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुभाष चंद्र गुप्ता बताते हैं कि संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सोच को सिर्फ सकारात्मक रखना है. आपकी सोच सकारात्मक है तो संक्रमण आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता. वायरस का असर काफी नाजुक है. संक्रमण सिर्फ किडनी एवं डायबिटीज से पीड़ित लोगों को प्रभावित कर सकता है, अन्यथा 90 फीसदी लोग स्वस्थ हो रहे हैं. इनमें से 9 फीसदी को संक्रमण थोड़ा ज्यादा असर करता है. महज एक प्रतिशत लोग जो पूर्व से घातक बीमारी से ग्रसित हैं, उनके लिए दिक्कत रहती है.
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. सुभाष चंद्र गुप्ता ने ईटीवी भारत के माध्यम से समाज के लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर नकारात्मक सोच को दिमाग पर हावी नहीं होने दें. उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में कोरोना वायरस का खौफ चल रहा है और संक्रमण रफ्तार पकड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के 90 प्रतिशत मरीज घरों पर ही ठीक हो रहे हैं. सिर्फ पल्स मीटर से अपना चेकअप करते रहें. 92, 93 या 94 से नीचे जाती है, तभी चिकित्सकीय परामर्श लेने की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि हिम्मत और हौसला है तो 90 फीसदी मरीज घरों पर ही ठीक हो जाएंगे, सिर्फ 10 मरीजों को अस्पताल जाने की जरूरत पड़ेगी. उसमें भी 9 मरीज स्वस्थ हो जाएंगे.
घरों से बाहर नहीं निकलें...
उन्होंने कहा कि उसमें से भी एक व्यक्ति को तब दिक्कत होगी जब लिवर, किडनी, हर्ट, डायबिटीज आदि की दिक्कत है. सिर्फ एक प्रतिशत व्यक्ति खतरनाक स्थिति में पहुंचता है. उन्होंने कहा कि पैनिक को दूर करने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर खरीदें. उंगली में लगाकर बार-बार प्लस को चेक करते रहें. उन्होंने कहा कि इस बीमारी के बचाव का सबसे बेहतर और सुगम तरीका है, चेहरे पर जिम्मेदारी के साथ मास्क लगाएं. सोशल डिस्टेंस हमेशा बनाए रखें. उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि बेहतर यही रहेगा कि घरों से बाहर नहीं निकलें.