धौलपुर.जिले की चंबल नदी का जलस्तर सोमवार देर रात से फिर से बढ़ना शुरू हो जाएगा. चंबल नदी का जलस्तर इस बार खतरे के निशान 129.79 मीटर से करीब 10 मीटर ऊपर 139 मीटर तक पहुंचने की संभावना बताई जा रही है. रविवार को कालीसिंध बांध से करीब 1 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
वहीं, कोटा बैराज से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी चंबल नदी में रिलीज किया गया है, जो धौलपुर जिले में 24 से 30 घंटे में प्रवेश कर जाएगा. इसके अलावा रविवार को गांधी सागर बांध से करीब 3 लाख 24 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो राणा सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज से होते हुए धौलपुर पहुंचेगा. इसे लेकर कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने अलर्ट जारी किया है.
चंबल नदी में पानी की आवक शुरू कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि हाल में कोटा बैराज से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी रिलीज किया है. उसके अलावा कालीसिंध बांध और गांधी सागर बांध से कोटा बैराज में पानी की आवक लगातार जारी है. वहीं, मध्य प्रदेश में हुई बारिश का असर पूरी तरह से देखा जा रहा है.
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कोटा बैराज से रिलीज किया गया पानी सोमवार देर रात तक धौलपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर जाएगा, जिसे देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हल्का पटवारी और गिरदावर को निगरानी रखने के दिशा निर्देश दिए हैं. चिकित्सा विभाग को भी आपातकालीन परिस्थिति के लिए सचेत कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि धौलपुर, बाड़ी, राजाखेड़ा, सरमथुरा उपखंड के करीब 69 गांव चंबल नदी के पानी से प्रभावित हो सकते हैं. प्रशासन के अधिकारियों द्वारा गांव गांव जाकर लोगों और मवेशियों को सुरक्षित रहने के लिए कहा जा रहा है. उन्होंने बताया कि गांधी सागर बांध से रविवार को 3 लाख 24 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
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कोटा बांध पानी स्टोरेज बांध नहीं है. ऐसे में गांधी सागर बांध से आने वाले पूरे पानी को कोटा बैराज से ही निकाला जाएगा, जिसका असर पूरा धौलपुर जिले में देखा जाएगा. चंबल नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए कलेक्टर ने अधिकारियों से मैप के साथ लिस्ट बनवाई है कि कौन सा गांव पानी के किस लेवल पर स्थित है. मैप के अंतर्गत ग्रामीणों के खेतों और आबादी की स्थिति को लेकर भी जानकारियां मांगी गई है.