बाड़ी (धौलपुर).बाडी़ थाना पुलिस ने कुख्यात डकैत जगन गुर्जर के साथी चरन सिंह गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी डकैत ने 12 जून को जगन के साथ मिलकर बाड़ी शहर के मुख्य बाजार में फायरिंग और मारपीट कर दहशत फैलाई थी. पुलिस ने बदमाश को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
धौलपुर में डकैत जगन गुर्जर का साथी चरन सिंह गिरफ्तार घटना को लेकर बाड़ी थाने में आईपीसी की कई अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज था. घटना की गंभीरता को देखते हुए महानिरीक्षक पुलिस भरतपुर रेंज भरतपुर, पुलिस अधीक्षक धौलपुर ने विशेष टीमों का गठन कर दस्यु गैंग को पकड़ने का तलाशी अभियान शुरू किया गया. अभी तक की जांच में उक्त घटना डकैत जगन गुर्जर, सुरेंद्र पुत्र विद्याराम गुर्जर निवासी नयापुरा थाना बाड़ी सदर, रवि पुत्र छितरिया गुर्जर निवासी गुमट बाड़ी, चरत गुर्जर पुत्र कन्हैयी गुर्जर निवासी नयापुरा थाना सदर बाड़ी को दस्तयाब कर गहन पूछताछ और अनुसंधान किया. 18 जून के मामले को लेकर अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ जारी है.
बाड़ी थानाधिकारी अमित शर्मा ने बताया कि 12 जून 2019 को इनामी डकैत जगन गुर्जर ने अपने तीन साथियों के साथ बाड़ी शहर के सरकारी अस्पताल के सामने चाय विक्रेता से बदला लेने के लिए हथियारों से लैस होकर उपद्रव मचाया था. डकैत ने चाय बिक्रेता से मारपीट कर भरे बाजार में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी. पुलिस ने बताया कि प्रकरण में दस्यु जगन सहित तीन डकैतों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए जगन डकैत के साथी चरन सिंह गुर्जर को मुखबिर की निशानदेही पर दबोच लिया है. आरोपी ने जगन का सहयोग कर बाड़ी बाजार में मारपीट कर उत्पात मचाया था. पूछताछ के दौरान डकैत चरन सिंह ने स्वीकार किया है कि उसने जगन डकैत का सहयोग कर बाड़ी में मारपीट कर खौफ फैलाया था. पुलिस ने डकैत चरन सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. बाड़ी थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान बड़ी बारदातों के भी खुलासे हो सकते हैं.
गौरतलब हो कि पुलिस द्वारा किए गए अनुसंधान में सामने आया है कि 11 जून को कुख्यात दस्यु जगन गुर्जर का बाड़ी में बसेड़ी बस स्टैंड पर चाय के पैसे देने पर विवाद हो गया था. इस पर पड़ोस के दुकानदारों ने इकट्ठा होकर जगन डकैत को बुरी तरह पीटा, जिसे जगन गुर्जर ने खुले बाजार में अपनी बेइज्जती समझा. इसलिए घटना के दूसरे दिन सुबह जगन ने अपने साले रवि और अपने साथी चरत गुर्जर, सुरेंद्र गुर्जर को बुलाकर स्कॉर्पियो में बैठकर बसेड़ी की तरफ गए. वापसी में बाड़ी बसेड़ी टोल रोड़ पर पुरानी रंजिश के चलते टोल कर्मी राम पूजन के साथ मारपीट की. इस घटना के बाद सीधे बाड़ी में आकर उक्त घटना को अंजाम दिया.