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बेटी ने 24 घंटे संघर्ष करके पिता को दिलाया पैरोल... फिर कराया मां का अंतिम संस्कार - मां का अंतिम संस्कार

जिले में जमीनी विवाद में आपसी रंजिश के कारण महिला की मौत होने के बाद बेटी ने अंतिम संस्कार कराने के लिए 24 घंटे संघर्ष किया. बेटी सेवर जेल में बंद पिता को पैरोल दिलाने के लिए सरकारी दफ्तरों के बाहर बैठी रही. पिता को पैरोल मिलने के बाद मां का अंतिम संस्कार कराया...

knocked every door for father parole
मां के अंतिम संस्कार के लिए पिता को दिलाई पैरोल

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Published : Sep 4, 2021, 11:54 AM IST

Updated : Sep 4, 2021, 11:19 PM IST

धौलपुर: जिले के कौलारी थाना क्षेत्र के गांव परौआ जमीनी विवाद में महिला की मौत के बाद बेटी ने 24 घंटे की मशक्कत के बाद सेवर जेल में बंद पिता को पैरोल दिलाने में कामयाब हो पाई. इसके बाद भारी पुलिस सुरक्षा के बीच मां का अंतिम संस्कार हो सका. बेटी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

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पीड़िता गिरजा पुत्री बसन्ता उर्फ आदुपा ठाकुर ने बताया कि 27 अप्रैल 2021 को परिवार के लोगों से जमीनी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था. उन्होंने आरोप लगाया कि झगड़े के बाद रात को करीब आधा दर्जन आरोपियों ने उसकी मां गुड्डी देवी के साथ मारपीट की. उसके बाद आरोपियों ने केरोसिन और पेट्रोल डालकर आग लगा दी. आरोपी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए.

24 घंटे संघर्ष के बाद पिता को दिलाया पैरोल

पीड़िता ने बताया झुलसी हुई अवस्था में मां को जिला अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती कराया था, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. इसके बाद वह मां को ग्वालियर निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां एक महीने से अधिक समय तक चले उपचार के बाद मां की मौत हो गई. पीड़िता ने बताया उसके पिता हत्या के प्रकरण में भरतपुर सेवर जेल में सजा काट रहा है. इकलौती संतान होने के कारण मां के अंतिम संस्कार करने का धर्मसंकट सामने खड़ा हो गया.

मां के अंतिम संस्कार के लिए पिता को पैरोल दिलाने के लिए बेटी शुक्रवार देर शाम जिला प्रशासन के पास पहुंच गई. शनिवार सुबह पीड़िता की मांग पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर चेतन चौहान ने संज्ञान लेते हुए भरतपुर सेवर जेल अधीक्षक के लिए पत्र लिखा था. उसके बाद फिर वह भरतपुर सेवर जेल पहुंच गई.

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भरतपुर जेल प्रशासन ने मानवीयता का परिचय देते हुए पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए जेल में बंद बसंता ठाकुर को पैरोल प्रदान कर दी. बेटी 24 घंटे के संघर्ष के बाद पिता को घर लेकर पहुंच गई. जहां नम आंखों से भारी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच मां का अंतिम संस्कार करा दिया गया.

बेटी बोली दोषियों को मिले कड़ी सजा

जमीनी विवाद में झुलसी महिला गुड्डी देवी की मौत के बाद बेटी गिरजा ने कहा गुनहगारों को सजा मिलनी चाहिए. पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि काफी लंबा समय गुजर जाने के बाद भी आरोपी खुले में घूम रहे हैं. पीड़िता ने दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.

मां की मौत, पिता जेल में बंद, कैसे होगी परवरिश

गिरजा की मां गुड्डी की मौत होने के बाद घर में अकेली रह गई है. पिता बसंता ठाकुर हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. बेटी की परवरिश और लालन-पालन कैसे होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है. गिरजा पढ़ाई लिखाई मैं भी अव्वल बताई जा रही है. गिरिजा बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा बताई जा रही है.

तनाव को देख भारी पुलिस बल तैनात

आपसी रंजिश में महिला की मौत के बाद गांव परौआ में तनाव के हालात पैदा हो गए हैं. पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए भारी तादाद में आरएसी के जवान और पुलिस बल तैनात किया है. उधर मृतका के पीहर पक्ष के लोगों में भी भारी आक्रोश देखा जा रहा है.

Last Updated : Sep 4, 2021, 11:19 PM IST

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