बाड़ी (धौलपुर). राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम पर नौकरी लगाने के नाम पर 16 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि उत्तराखंड यूकेपीएससी में कॉलेज व्याख्याता के पद पर इंटरव्यू में सलेक्शन कराने का झांसा देकर ठगी की गई है. सरकारी नौकरी में सलेक्शन नहीं करवा पाने पर अब आरोपी फरार है (Fraud on name of Pilot Dholpur).
पीड़ित ठाकुरदास बंसल पुत्र रामजीलाल बंसल निवासी गली नंबर-8 हौद मोहल्ला बाड़ी थाना बाड़ी जिला ने बाड़ी न्यायालय एसीजेएम नंबर-3 में इस्तगासा पेश किया. इस्तगासा के जरिए बाड़ी सदर थाने में आरोपी विनोद कुमार पुत्र निहाल सिंह गुर्जर निवासी गांव संडपुरा थाना सदर बाड़ी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने इस्तगासा के जरिए प्राप्त हुए परिवाद पर आरोपी के खिलाफ धारा 420,406,506 आईपीसी में दर्ज कर जांच शुरू कर दिया गया है.
सचिन पायलट के नाम पर 16 लाख की ठगी यह भी पढ़ें.Lady Don Rekha Meena story: लेडी डॉन सलाखों के पीछे...ये है खुलेआम गालियां देने और बॉलीवुड गानों पर नाचने वाली रेखा मीणा की कहानी
पीड़ित ने बताया कि उसके घर में किराये पर रहने वाला संडपुरा गांव का निवासी आरोपी विनोदकुमार पुत्र निहाल सिंह गुर्जर ने नौकरी लगाने का झांसा दिया. आरोपी ने उत्तराखंड यूकेपीएससी में कॉलेज व्याख्याता के पद पर पीड़ित के दामाद अनिल कुमार गोयल का सलेक्शन कराने के नाम पर 18 लाख रूपये की मांग की थी. पीड़ित ठाकुरदास ने आरोपी विनोदकुमार को 16 लाख रुपये दे दिए और दो लाख रूपये नौकरी लगने के बाद देना तय हुआ.
जान से मारने की दी धमकी
19 नवंबर 2020 में हुए साक्षात्कार के बाद 3 दिसंबर 2020 को यूकेपीएससी की ओर से जारी परिणाम में नौकरी नहीं लगी. जिसके बाद पीड़ित ने आरोपी विनोद कुमार से रुपए मांगे. आरोपी पैसे मांगने पर पुलिस में केस करने पर जान से मारने धमकी दे रहा है. पीड़ित ने बताया कि आरोपी विनोदकुमार ने उससे 2018 में जब सचिन पायलट राजस्थान के उपमुख्यमंत्री थे, तब सचिन पायलट द्वारा उत्तराखंड यूकेपीएससी अध्यक्ष की निजी सहायक को फोन करा कर सिलेक्शन कराने की बात कही थी.