धौलपुर. भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने सोमवार को युवा किसान यूनियन के अध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को कृषि कानून के विरोध में ज्ञापन दिया. किसान नेता यादव ने बताया कि हाल ही में लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने बिना सवाल जवाब किए संसद से तीनों कृषि कानून पास करवा लिए. सरकार की ओर से लागू किए गए तीनों कृषि कानून किसान विरोधी हैं.
कृषि कानून के विरोध में किसान नेताओं ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन देश का किसान बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है. किसानों के ऊपर लगातार कर्जदारी का बोझ बढ़ता जा रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों के लिए तीन कानून पारित किए हैं, जिनसे किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा. केंद्र सरकार ने किसान एवं मंडी व्यापारियों के बीच के सामंजस को खत्म करने का काम किया है. किसान को मंडी में प्रतिस्पर्धा के कारण अधिक मूल्य मिलता है.
केंद्र सरकार किसानों के माल का समर्थन मूल्य भी निर्धारित नहीं कर पा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की कमर तोड़ने का काम कर रहे हैं. देश का अन्नदाता कृषि विधेयक कानून लागू होने से बर्बाद हो जाएगा. किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के विरोध में किसान लगतार आंदोलन कर रहे हैं. सरकार को किसानों के हितों को देखते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने चाहिए.
पढ़ें-धौलपुर: निकाय चुनाव में जीत के जश्न के दौरान अंधाधुंध फायरिंग, VIDEO वायरल
उन्होंने कहा कि जिले के किसान नेताओं ने सोमवार को जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन दिया है. वहीं, ज्ञापन के माध्यम से तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग की है. किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने कृषि विधेयक को वापस नहीं लिया तो जिले के किसान आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.