धौलपुर.जिला पुलिस की ओर से अवैध हथियारों और अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए गए विशेष अभियान में पुलिस ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है. राजस्थान प्रदेश में कुल 686 अवैध हथियार पुलिस ने जब्त किए हैं. जिसमें सर्वाधिक 13 फीसदी धौलपुर जिला पुलिस की कार्रवाई रही है.
वहीं, 8 सितंबर 2020 से 1 नवंबर 2020 तक चलाए गए विशेष अभियान के अंतर्गत पुलिस ने 68 लोगों को गिरफ्तार कर 84 अवैध हथियारों को बरामद किया है. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने करीब 100 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. एसपी केसर सिंह शेखावत के निर्देश में की गई कार्रवाई को लेकर महा निरीक्षक पुलिस सीआईडी सीबी राजस्थान विजय कुमार सिंह की ओर से जिला पुलिस को पत्र लिखकर हौसला बढ़ाया है.
इसके साथ ही पुलिस ने साल 2020 में दस्यु उन्मूलन के लिए चलाए गए अभियान में 62 कुख्यात इनामी डकैत और बदमाशों को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल की है. डकैतों की धरपकड़ के लिए जिला पुलिस का अभियान मौजूदा वक्त में भी चलाया जा रहा है. चंबल के बीहड़ों में पुलिस की अलग-अलग टीम सर्चिंग ऑपरेशन कर डकैतों और बदमाशों को पकड़ने का प्रयास कर रही है.
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चंबल घाटी का रिश्ता बजरी, बंदूक, बागी और बदमाशों से शुरू से ही रहा है. दशकों से चंबल के बीहड़ों में चला आ रहा डकैतों का खौफ कभी कम कभी ज्यादा रहा है, लेकिन डकैतों की गोली को पूरी तरह से खामोश करने में पुलिस तंत्र नाकाम साबित भी रहा है. हालांकि पुलिस ने अवैध हथियार और डकैतों की धरपकड़ में धड़ाधड़ कार्रवाई भी की है, लेकिन चंबल के बीहड़ डकैतों को जन्म, शरण, पनाह और आश्रय देने के लिए मशहूर रहे हैं. जिसका नतीजा रहा है कि डकैत फूलन देवी, डकैत मलखान, डकैत जग्गा, डकैत कुसमा नाइन, डकैत सीमा परिहार, डकैत जगजीवन परिहार, डकैत ज्वाला पंड़ित, डकैत पान सिंह तोमर के साथ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के महल को उड़ाने की धमकी देने वाला डकैत जगन गुर्जर का साम्राज्य चंबल के बीहड़ों में दशकों तक रहा है. हालांकि पुलिस की प्रभावी कार्रवाई को देख डकैत चंबल के बीहड़ों से पलायन करने के लिए भी मजबूर हुए हैं.