धौलपुर. जिले के बसईडांग थाना क्षेत्र में एक शख्स को मगरमच्छ के खाने का मामला सामने आया. भगतपुरा गांव में मोहनजी मंदिर के पीछे से होकर गुजर रही चंबल नदी पर पानी पीने गए एक पशुपालक पर मगरमच्छ ने 10 मार्च को हमला कर दिया. मगरमच्छ पशुपालक को नदी के अंदर खींच कर ले गया था. करीब 28 घंटे की लगातार सर्चिंग के बाद भी गायब हुए पशुपालक का कोई सुराग नहीं लगा.
सिविल डिफेंस, वन विभाग, एसडीआरएफ समेत ग्रामीण गोताखोरों की टोलियां गायब हुए पशुपालक की तलाश में जुटी रही. लेकिन शनिवार को भी कोई सुराग नहीं लग सका. पुलिस प्रशासन ने सर्चिंग अभियान को समाप्त कर दिया है. मृतक के परिजनों ने भी पुलिस और प्रशासन को तहरीर रिपोर्ट दे दी है कि उनके भाई को चंबल के मगरमच्छ ने खा लिया. वह पुलिस के पूरे ऑपरेशन से संतुष्ट है.
मिली जानकारी के अनुसार, उपखंड के बसई डांग थाना क्षेत्र के भगतपुरा गांव के निवासी 28 वर्षीय पशुपालक मनधीर पुत्र रामसिंह गुर्जर शुक्रवार को पशु चराने के मोहनजी मंदिर के बगल में बहने वाली चंबल नदी किनारे गया था. इस दौरान प्यास लगने पर जब पानी पीने गया तो मगरमच्छ ने उसे खींच लिया, जिसके बाद उसका कोई अता पता नहीं लग सका. यह पूरा घटनाक्रम चंबल किनारे खड़े एक लड़के ने देखा और ग्रामीणों को सूचना दी.
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इस पर आसपास पशु चरा रहे लोग मौके पर पहुंचे. काफी तलाश की लेकिन गायब मनधीर का कोई पता नहीं लगा. इस पर जब पुलिस और प्रशासन को सूचना मिली तो सर्चिंग अभियान चलाया गया. भरतपुर से आई एसडीआरएफ (SDRF) की टीम ने चंबल में 3 किलोमीटर क्षेत्र में गायब हुए पशुपालक की तलाश की, जिसके लिए उन्होंने ट्यूब और मोटर बोट का उपयोग किया. साथ ही सिविल डिफेंस और ग्रामीण गोताखोर भी अलग-अलग स्थानों पर पशुपालक को तलाशते रहे. लगातार काफी घंटों तक अभियान चला, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी. मौके पर बाड़ी एसडीएम गिरधर मीणा, सीओ मनीष कुमार शर्मा, तहसीलदार पुरुषोत्तम लाल जांगिड़, बसई डांग एसएचओ मोहन सिंह के साथ पुलिस के जवान और ग्रामीण जन मौके पर मौजूद रहे.