धौलपुर. जिले में गरीबों की वैक्सीन भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी ने ग्रामीणों से आधार कार्ड लिए. जिनके नंबर रिकॉर्ड में दर्ज कर वैक्सीन लगवा दी गई. लेकिन लाभार्थी वैक्सीन से वंचित हैं.
वैक्सीन के नाम पर भ्रष्टाचार मामले को लेकर लाभार्थियों ने शिकायत राजस्थान के 181 नंबर पोर्टल पर कर डाली. शिकायत होने के बाद प्रशासन का कर्मचारी अब शिकायत वापस लेने की धमकी भी दे रहा है. जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो है. इतना ही नहीं डॉक्टर भी लाभार्थी से मोबाइल पर कहते हैं कि दूसरे आईडी नंबर से वैक्सीन लगवा लीजिये. पूरा मामला एसडीएम के पास गया. उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया है.
रिकॉर्ड में लगा दी वैक्सीन
मामला सरमथुरा उपखंड इलाके की ग्राम पंचायत झिरी का है. करीब आधा दर्जन ग्रामीणों को सरकारी रिकॉर्ड में वैक्सीन लगा दी गई है. लेकिन फिजिकली तौर पर ग्रामीण वैक्सीन से वंचित हैं. दरअसल गांव वालों से आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने आधार कार्ड मांगे. लेकिन बिना वैक्सीन लगे ही जब गांव वालों के फोन पर टीका लगने का मैसेज आया तो होश उड़ गए.
आधार कार्ड लिया, रिकॉर्ड में वैक्सीन लगी मेरी आई़डी पर किसे लगा दी वैक्सीन...
ऐसे ही एक वंचित लाभार्थी अनुज सिंह ने इस बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता. आशा सहयोगिनी और चिकित्सकों से जानकारी ली. मामले में लीपापोती करते हुए उसे कहा गया कि दूसरी आईडी लेकर आए, वैक्सीन लग जाएगी. हद ये है कि सरकारी रिकॉर्ड में ग्रामीणों का वैक्सीनेशन हो गया है. लेकिन टीके से वे अब भी वंचित ही हैं. अनुज का सवाल है कि अगर उसे टीका नहीं लगा और मैसेज आ गया है तो उसकी आईडी पर वैक्सीन आखिर किसे लगा दी. अधिकारी इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
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पीड़ितों ने 181 पर कर दी शिकायत
ग्रामीणों ने मामले की शिकायत राजस्थान पोर्टल 181 नंबर पर कर डाली. इसके बाद प्रशासन और चिकित्सा विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए. अब वे शिकायत कर्ताओं से कह रहे हैं कि दूसरी आईडी से वैक्सीन लगवा लें.
वैक्सीन किसे लगाई, इसका जवाब नहीं शिकायत वापस लेने की धमकी, ऑडियो वायरल
सरकारी कर्मचारी सचिन सिंघल तो ग्रामीणों को शिकायत वापस लेने की धमकी तक दे डाली. जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. झिरी पंचायत के एक ग्रामीण ने बताया कि उसके माता-पिता को सरकारी रिकॉर्ड में वैक्सीन लग चुकी है. लेकिन फिजिकली तौर पर वैक्सीन को नहीं लगाया गया. पीड़ित ने बताया कोविड साइट पर वैक्सीन लगने का सर्टिफिकेट दिखाया जा रहा है. पीड़ित ग्रामीण ने बताया उसने शिकायत राजस्थान के 181 पोर्टल पर दर्ज कराई थी.
वैक्सीन के नाम पर गांव वालों से धोखा ग्रामीण महिला ने बताया आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उनके पास आई थी. वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आधार कार्ड उनसे ले लिया गया. लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई. जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पूछ तो दूसरी आईडी लेकर वैक्सीन लगाने का भरोसा दिया. ग्रामीण महिला के पास भी वैक्सीन लगने का मैसेज पहुंचा है.
वैक्सीन किसे लगाई, जवाब किसी के पास नहीं
ग्रामीणों का आरोप है कि आशा सहयोगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने वैक्सीन लगाने के लिए उनके आधार कार्ड लिए थे. लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई. ग्रामीणों के पास वैक्सीन लगने का मैसेज पहुंचा लेकिन वंचितों को अब तक ये जवाब नहीं दिया गया है कि उनकी आईडी से वैक्सीन किसे लगाई गई है. मामले को लेकर सरमथुरा डीएम मनीष कुमार ने बताया प्रकरण की गहनता से जांच कराई जाएगी. जो भी कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.