धौलपुर.जिले के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश का कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया. धौलपुर कांग्रेस के नेताओं ने मुलाकात कर पार्टी की स्थानीय समस्याओं से भी अवगत कराया. उसके बाद सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए.
कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने पीएम मोदी पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश गर्त में जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री कोई भी बड़े फैसले लेने से पहले न वो विशेषज्ञों की राय लेते हैं और उस फैसले के बाद देश हित में क्या परिस्थिति होगी, उस पर भी विचार नहीं करते है, न ही जिम्मेदारी को स्वीकार करते हैं. मौजूदा वक्त में देश का बैंकिंग सिस्टम तकलीफ में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिजर्व बैंक से डेढ़ लाख करोड़ रुपया पहले लिया, उसके बाद 60 हजार करोड़ लिया. उसके बावजूद अभी भी इनकी नीयत रिजर्व बैंक के पास रिजर्व मनी पड़ी हुई है. उसे भी सरकार निकालने का प्रयास कर रही है.
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प्रकाश ने कहा कि मोदी सरकार देश की हर संस्था को प्राइवेट सेक्टर में बेचना चाहती है. उन्होंने प्रधानमंत्री पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि इस देश के अंदर रक्षा की 41 संस्थाएं हैं. उनमें से करीब 20 ऑर्डिनेंस संस्थाओं को सरकार निजी हाथों में देने का काम कर रही है. मोदी सरकार का फैसला 41 संस्थाओं का हो चुका है. 41 फैक्ट्रियां देश की सेना के लिए बनी हुई हैं. जो देश की सेना को रक्षा के उपकरण, गोला, बारूद मुहैया कराती हैं. इसे लेकर उन लोगों ने हड़ताल भी की थी.
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उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि कौन सा ऐसा देश भक्त होगा, जो देश की सुरक्षा व्यवस्था को भी निजी हाथों में देना चाहेगा. लेकिन मोदी सरकार ऐसा कर रही है. उन्होंने कहा कि आज हिंदुस्तान को मोदी एक दुकान की तरह चला रहे हैं. मौजूदा वक्त में देश में 41 लाख से अधिक कोरोना के मरीज हो चुके हैं. कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार ने देश की जनता से जो कहा वही किया था. लेकिन कोरोना की लड़ाई में देश के राज्य तो लड़ रहे केंद्र कहीं दिखाई नहीं दे रहा है.
उन्होंने कहा कि देश के लोग बचत करके रखें. आगे आने वाला समय और कठिन साबित होगा. अगले 3 महीने के अंतर्गत महंगाई चरम सीमा पर पहुंच सकती है. महंगाई को लेकर मोदी सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.