धौलपुर. कृषि कानूनों के विरोध में प्रदेश व्यापी पैदल मार्च किसान रैली का असर धौलपुर जिले में भी देखा गया. जिला प्रभारी मंत्री भजन लाल जाटव, बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और राजाखेड़ा विधायक रोहित वोहरा के नेतृत्व में शहर के गांधी पार्क में किसानों की सभा का आयोजन किया गया. उसके बाद महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर शहर में मंत्री के नेतृत्व में रैली निकाली गई.
कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस के विधायक से लेकर कार्यकर्ता तक उतरे सड़क पर इस दौरान जिला प्रभारी एवं राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने कहा केंद्र सरकार ने हाल ही में किसानों के विरोधी तीन कानून पारित किए हैं. कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी होकर इस लड़ाई को लड़ रही है. कांग्रेस पार्टी ने राज्य स्तर पर विधानसभा सत्र बुलाकर उन कानूनों के विरोध में बिल पास कराकर केंद्र सरकार को भेज दिया है, लेकिन राज्यपाल ने सरकार ने उस बिल को अपने पास रख लिया है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली समेत पूरे देश भर में किसान कृषि बिलों के विरोध में धरने पर बैठे हैं. केंद्र सरकार हठधर्मिता को छोड़कर किसानों की बात को सुनकर उसका निदान करें. उन्होंने कहा कि सरकार ने तीनों काले कानून पारित किए हैं, जिनसे किसान बर्बाद हो जाएगा. कृषि बिलों से मंडियां और एमएसपी खत्म हो जाएगी. तीनों कृषि कानूनों से देश भर में कालाबाजारी बढ़ जाएगी. जिससे किसान बर्बाद होकर सड़क पर आ जाएगा.
पढ़ें-कांग्रेस के पैदल मार्च पर पूनिया ने साधा निशाना, कहा- पाखंड की राजनीति छोड़ संपूर्ण किसान कर्जमाफी का वादा करें पूरा
उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में खेती के ऊपर ही भारत की जीडीपी टिकी हुई है. किसान के आधार पर ही पूरा देश चलता है. उन्होंने कहा कि देश की रक्षा करने वाला जवान भी किसान की वजह से सुरक्षित है. किसान अपने खेत में अनाज पैदा कर सभी को खिलाता है. किसान भारत देश का अन्नदाता है. ऐसे में केंद्र सरकार को गंभीर होकर किसानों की बात को सुनना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार अदानी एवं अंबानी के कहने पर तीनों कृषि कानूनों को किसानों के ऊपर थोपना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के निर्देश में पार्टी किसानों के साथ खड़ी है. केंद्र सरकार को किसान विरोधी कानून वापस लेने होंगे.
बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा केंद्र सरकार कृषि बिलों को इसलिए वापस लेना नहीं चाहती कि उनको चंद कारपोरेट को लाभ देना है. विधायक मलिंगा ने बाबा रामदेव पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा का आटा 60 रुपये किलो बिकता है, वहीं साधारण किसान का 20 रुपये किलो. उन्होंने कहा कि खेतों में मेहनत किसान करता है और लाभ चंद कारोबारियों को केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है. मोदी सरकार सिर्फ पैसे वाले व्यापारियों को फायदा देना चाहती है. डीजल पेट्रोल एवं गैस के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
पढ़ें-दौसा: कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने निकाला पैदल मार्च
उन्होंने फिर बाबा रामदेव पर निशाना लगाते हुए कहा कि यूपीए की सरकार में बाबा द्वारा ऐलान किया जाता था कि 35 रुपये प्रति लीटर डीजल मिलना चाहिए, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार में पेट्रोल डीजल के भाव आसमान छू रहे हैं. विधायक मलिंगा ने अन्ना हजारे को भी बीजेपी का दलाल बताया. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव एवं अन्ना हजारे ने भाजपा से पैसे लेकर कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने का काम किया था.
उन्होंने कहा कि महंगाई और भ्रष्टाचार देश में चरम सीमा पर पहुंच चुका है, लेकिन मोदी सरकार कुछ बोलती नहीं है. भाजपा के मंत्रियों पर लगातार गंभीर आरोप लग रहे हैं, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार सिर्फ अंबानी एवं अदानी जैसे ग्रुप के लिए काम कर रही है. इस मौके पर राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में तीनों कानूनों का विरोध कर राज्यपाल के पास भेज दिया है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल को गंभीरता दिखाते हुए राष्ट्रपति तक राज्य सरकार की बात को पहुंचाना चाहिए.