धौलपुर.चंबल नदी सोमवार देर शाम खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर पहुंच गई. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. जिले की सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर और राजाखेड़ा उपखंड इलाकों में, नदी के तटवर्ती और रिहायशी इलाकों में हल्का पटवारी एवं गिरदावरों को तैनात किया गया है. चंबल नदी के खतरे का निशान 129.79 मीटर है, जो पानी की आवक होने पर 130.79 मीटर पहुंच गया है.
चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बता दें कि नदी के बंद पड़े पुराने पुल पर पुलिस बल तैनात किया है, जहां लोगों के आवागमन पर जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है. हाड़ौती क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण काली सिंध और पार्वती नदी का पानी चंबल नदी में पहुंच रहा है. उधर, कोटा बैराज से 5 हजार क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है.
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जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार देर रात तक चंबल नदी में पानी की आवक और देखी जा सकती है. प्रशासन ने संभावना व्यक्त की है कि खतरे के निशान से करीब तीन मीटर ऊपर तक पानी पहुंच सकता है. हालांकि, शहर के लिए इस पानी से कोई खतरा नहीं है, लेकिन नदी के निचले हिस्सों में बसे गांवों के ग्रामीणों के लिए परेशानी हो सकती है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है.
इन गांवों में अलर्ट जारी...
चंबल नदी में पानी की आवक होने पर जिला प्रशासन ने गांव झिरी, पनावटी, हल्लु का पुरा, रूंध का पुरा, दुर्गसी, शंकर पुरा, भम्पुरा, खिला का डंडा, भगत का पुरा, कस्बा नगर, रजई खुर्द, रजई कला, गंगोली, धनावली, मुतावली, गुड़ावली, चिलीपुरा, ज्वारे का पुरा, मुरहन का पुरा, करुआ, सेवर पाली और खरैर पुरा आदि गांवों में अलर्ट जारी किया गया है. वहीं पानी की स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को ऊपरी इलाकों में पशुओं सहित तत्काल भेजने के निर्देश दिए हैं, जिससे किसी प्रकार का नुकसान न हो. जिला प्रशासन द्वारा नदी के पास और तटवर्ती इलाकों में बसे परिवारों को सुरक्षित निकालने की जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है.