धौलपुर. सोमवार को भाजपा ने अलवर जिले में मूक-बधिर नाबालिग बालिका के साथ हुई घटना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं. साथ ही आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है.
भाजपा नेताओं ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान कहा कि अलवर जिले में नाबालिग मूक-बधिर बालिका प्रकरण को आज 5 दिन बीत गए हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन के पास किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं है. यह घटना कैसे घटित हुई, घटना को अंजाम देने वाले कौन थे, इन सभी मामलों में शासन और प्रशासन पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है.
राजस्थान का सिर शर्म से झुका...
भाजपा नेताओं ने कहा कि मूक-बधिर नाबालिग बालिका प्रकरण ने पूरे देश में राजस्थान का सिर शर्म से झुका दिया है. कांग्रेस के आलाकमान और प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मुखिया को पीड़िता की चीखें सुनाई नहीं दे रही हैं. अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं. राजनीतिक संरक्षण के चलते हुए पुलिस प्रशासन अपराधियों तक नहीं पहुंच पा रहा है. पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हम भारतीय जनता पार्टी के सिपाही कांग्रेस की ईंट से ईंट बजा देंगें. जब तक अपराधियों को सलाखों के पीछे नहीं डाला जाता, हम सरकार को चैन से नही सोने देंगें.
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प्रियंका गांधी ने नहीं दिया रिएक्शन...
लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (BJP Targeted Priyanka Gandhi) उस समय राजस्थान में ही पूरे परिवार सहित जन्मदिन मनाने में मशगूल थी. इस दिल दहलाने वाली और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पर एक शब्द भी नहीं बोलीं. भाजपाइयों ने गहलोत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो सड़को पर आंदोलन किया जाएगा. वहीं, बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया.
पुलिस बोली नहीं हुआ रेप!...
अलवर में विमंदित मूक बधिर बालिका के मामले में मेडिकल बोर्ड रिपोर्ट ने नया मोड़ ला दिया है. अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने जब कहा कि मेडिकल बोर्ड ने जयपुर में उसकी जांच पड़ताल की, जिससे साफ हुआ कि बालिका के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक बालिका के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है. बालिका का वजाइना और हाईना पूरी तरह से ठीक है.
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एसपी ने कहा कि इस मामले में अलवर पुलिस ने करीब ढाई सौ से ज्यादा कैमरों की रिकॉर्डिंग चेक की पुलिस के पास बालिका के गांव से निकलकर टेंपो में बैठने से लेकर घटनास्थल के पास तक के वीडियो रिकॉर्डिंग मिली है. लास्ट लोकेशन से घटनास्थल के बीच की 10 मिनट की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं है. उस 10 मिनट में बालिका कहां थी व उसके साथ क्या हुआ इसकी अलवर पुलिस जांच कर रही है.