राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

बाड़ी के नर्सिंग कर्मी ने आपातकालीन सेवा के लिए बनाई जुगाड़, एक सिलेंडर से 5 मरीजों को मिलेगी ऑक्सीजन - बाड़ी न्यूज

बाड़ी के नर्सिंग कर्मी ने ऑक्सीजन सिलेंडर से अपातकालीन सेवा के लिए देशी जुगाड़ लगाई है. जिससे अगर बिजली चली भी जाए तो एक सिलेंडर से पांच मरीजों को ऑक्सीजन दिया जा सकता है.

Bari nursing worker made technique, Bari news
बाड़ी के नर्सिंग कर्मी ने ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जुगाड़

By

Published : May 18, 2021, 9:56 AM IST

बाड़ी (धौलपुर).कोरोना के बढ़ते केस के साथ ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है. वहीं बारिश और आंधी के कारण कई घंटों तक बिजली बाधित रहती है. इसी परेशानी को देखते हुए बाड़ी उपखंड के समान्य चिकित्सालय के कर्मचारी ने ऐसी देशी जुगाड़ लगाई है, जिससे बिजली जाने पर भी एक सिलेंडर से 5 मरीजों को ऑक्सीजन दिया जा सकता है.

बाड़ी के नर्सिंग कर्मी ने ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जुगाड़

कोरोना की द्वितीय लहर से तीव्र गति से उत्पन्न संक्रमण की रोकथाम के लिए सिस्टम अपने स्तर पर इंतजामात कर रहा हैं. ऑक्सीजन की कमी के चलते या फिर ऑक्सीजन बंद होने पर लोग दम तोड़ रहे हैं. आंधी, बारिश में बिजली कई घंटों तक बाधित रहती है. बिजली गुल होने की परेशानी को देखते धौलपुर जिले के बाड़ी उपखंड के सामान्य चिकित्सालय के आईसीयू कोविड वार्ड में तैनात नर्सिंग प्रभारी पवन राघव ने आपातकालीन सेवा के लिए देशी जुगाड़ बनाई है.

यह भी पढ़ें.धौलपुर : ग्रामीण इलाकों में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, कई क्षेत्र जीरो मोबिलिटी घोषित

नर्सिंग प्रभारी ने एक ऐसा प्रयोग इजाद किया है कि यदि बिजली चली जाए और आंधी, तूफान, बारिश के चलते सिस्टम बाधित हो जाए तो भी वार्ड में भर्ती मरीजों की जान को बचाया जा सकता है. उन्होंने एक ऐसी देशी जुगाड़ बनाई है. जिसमें एक ऑक्सीजन सिलेंडर से पांच मरीजों को निर्वाध प्राण वायु की सप्लाई दी जा सकती है. इसमें नर्सिंग कर्मी ने किसी प्रकार की कोई मशीनरी नहीं लगाई है.

बाड़ी सामान्य चिकित्सालय के कोविड आईसीयू वार्ड के नर्सिंग प्रभारी पवन राघव ने बताया कि एक ऑक्सीजन सिलेंडर से पांच लोगों को ऑक्सीजन सप्लाई देने के लिए रेग्युलेटर से सप्लाई को एक बोतल में लिया हैं. वहां से नोजल पाइप की ओर से पांच मरीजों को यह सप्लाई आराम से दी जा सकती है. ऐसे में यदि आंधी, तूफान, बारिश आती है और बिजली गुल हो जाती है और कंसंट्रेटर या मशीन काम नहीं करती है तो इस जुगाड़ से कंसट्रेटर पर चल रहे मरीजों को दस मिनट के लिए निर्वाध ऑक्सीजन दी जा सकती हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details