महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने क्यों दिया धरना... धौलपुर. शहर के गांधी पार्क में सोमवार को जिले भर की एएनएम एवं एलएचवी संघ के तत्वावधान में महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने धरना (ANM and LHV health workers protest in Dholpur) दिया. राज्य सरकार के खिलाफ 'दाम नहीं तो काम नहीं' की नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने राज्य सरकार एवं चिकित्सा विभाग को कार्य बहिष्कार की भी चेतावनी दी है.
महिला स्वास्थ्यकर्मी प्रियंका सक्सेना ने बताया कि एएनएम एवं एलएचवी महिला स्वास्थ्यकर्मियों की विगत लंबे समय से बुनियादी मांगे चली आ रही हैं. उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के समय में महिला चिकित्साकर्मियों ने जान की बाजी लगाकर काम किया था. डोर टू डोर पहुंचकर वैक्सीनेशन अभियान में महती भूमिका अदा की थी. एएनएम एवं एलएचबी महिला स्वास्थ्यकर्मी मेडिकल विभाग की रीड की हड्डी है. लेकिन राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग उनके अधिकारों का हनन कर रहा है.
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एएनएम प्रियंका सक्सेना ने बताया विगत 5 महीने से महिला चिकित्साकर्मियों को वेतन नहीं मिला है. जिसकी बदौलत घर परिवार का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि महिला चिकित्साकर्मी ग्रेड पे को बढ़ाने के साथ अन्य बुनियादी मांगे करती आई हैं. लेकिन राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग के कानों तक जूं नहीं रेंग रही. सोमवार को महिला चिकित्साकर्मियों ने लामबंद होकर शहर के गांधी पार्क में धरना दिया. राज्य सरकार के खिलाफ 'दाम नहीं, तो काम नहीं' की नारेबाजी करते हुए जोरदार हंगामा किया.
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राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लंबित मांगों को पूरा नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. महिला चिकित्साकर्मियों ने कार्य बहिष्कार की भी राज्य सरकार को धमकी दी है. उन्होंने बताया कि हमने सरकार से हमारे पदनाम परिवर्तन की मांग की थी, लेकिन सरकार ने उस पर ध्यान नहीं दिया. एएनएम और एचएलवी के स्वास्थ्यकर्मियों का तीन से चार महीने से वेतन नहीं मिला है. समस्या का समाधान कर सरकार वेतन जारी करे. सरकार ने हमारी ग्रेड पे चेंज करने की डिमांड पर भी कोई ध्यान नहीं दिया है.