धौलपुर.गरीबी, लाचारी और मुफ़लिसी क्या होती है, यह तब शहर में मालूम पड़ा. जब एक 70 वर्षीय वृद्ध महिला के 8 वर्षीय पोते की अज्ञात बीमारी के चलते मौत हो गई. लाचारी और मजबूरी में महिला अकेली फुटपाथ पर शव को देख रोते हुए दहाड़े मार रही थी. लेकिन शहर बंद होने पर वृद्ध महिला को कोई धीरज और दिलासा देने वाला भी नहीं था.
लाचारी और मजबूरी में 8 साल के बच्चे की मौत दुर्गिया निवासी गांव लालोनी सेमर का पुरा थाना इलाका कंचनपुर ने बताया उसके पुत्र और बहु की सड़क हादसे में पूर्व में मृत्यु हो चुकी थी. गांव में खाने-पीने का कोई चारा नहीं रहा था. इसलिए धौलपुर शहर चली आई. शहर के गुलाब बाग चौराहे पर ओवर ब्रिज पुल के नीचे फुटपाथ पर 8 वर्षीय पोते को साथ लेकर करीब 3 माह से रही थी.
यह भी पढ़ेंःधौलपुर में दो नए कोरोना पॉजिटिव केस आए समाने
बुजुर्ग ने बताया कि अचानक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसे सरकारी अस्पताल में दिखाया. लेकिन उपचार के दौरान मौत हो गई. बच्चे को लेकर पुनः फुटपाथ पर गई और बिलख-बिलख कर रोने लगी. जहां कुछ लोगों ने माजरा देखा तो स्थानीय पुलिस को घटना से अवगत कराया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक बच्चे का शव कब्जे में लेकर राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया. बच्चे का पोस्टमार्टम कराकर वृद्ध महिला को सुपुर्द किया है.
वृद्ध महिला हुकूमत और हुकूमत के जिम्मेदारों की तरफ आश और उम्मीद लगा रही है. कोई तो उसकी मदद के लिए आगे आए, लेकिन अभी तक प्रशासन के किसी भी अंग ने महिला के पास पहुंचने तक की जहमत नहीं उठाई है.