राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

कोटा: हरिपुरा मांझी गांव में 230 बीघा चारागाह भूमि को कराया अतिक्रमण मुक्त

कोटा में कनवास क्षेत्र के हरिपुरा मांझी गांव में उपखंड अधिकारी ने मंगलवार को 230 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया. करीब 35 साल से अतिक्रमित की गई भूमि पर 4 ट्यूबवेल और करीब 200 सफेदा के पेड़ लगे हुए थे, जिनको ग्राम पंचायत के सुपुर्द किया गया.

encroachment free land, सांगोद कोटा न्यूज़
कोटा के हरिपुरा मांझी गांव में 230 बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त

By

Published : Jul 28, 2020, 7:04 PM IST

सांगोद(कोटा).जिले केकनवास क्षेत्र में हरिपुरा मांझी गांव में मंगलवार को उपखंड अधिकारी राजेश डागा ने 230 बीघा चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया. इस भूमि पर पड़ोसी खातेदारों द्वारा अवैध रूप से करीब 35 साल से अतिक्रमण कर खेती की जा रही थी. इस भूमि पर वर्तमान में बोई गई फसल को ट्रैक्टर के माध्यम से हटाया गया.

कोटा के हरिपुरा मांझी गांव में 230 बीघा चारागाह भूमि अतिक्रमण मुक्त

अतिक्रमित की गई भूमि पर 4 ट्यूबवेल और करीब 200 सफेदा के पेड़ लगे हुए थे, जिनको ग्राम पंचायत के सुपुर्द किया गया. इस भूमि पर मनरेगा के तहत चारागाह की ट्रेचिंग कर वृक्षारोपण और घास लगाने के निर्देश दिए गए हैं.

पढ़ें: SPECIAL: वर्किंग विमेन्स कोरोना काल में ऐसे संभाल रही हैं घर और नौकरी की जिम्मेदारी

कनवास उपखंड अधिकारी राजेश डागा ने बताया कि कनवास उपखंड में चारागाह भूमि अतिक्रमण ग्राम अभियान के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस कार्रवाई के तहत मंगलवार को करीब 230 बीघा सरकारी चारागाह भूमि को उपखंड प्रशासन द्वारा अतिक्रमण मुक्त करवाया गया. इस पर करीब 35 साल से अतिक्रमण किया जा रहा था.

उपखंड अधिकारी राजेश डागा ने बताया कि अतिक्रमण वाली भूमि पर किसानों द्वारा खेती की जाती थी. कार्रवाई के दौरान पटवारी, कानूनगो, नायब तहसीलदार, सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. शांतिपूर्ण तरीके से अतिक्रमण को हटाया गया. साथ ही पंचायत को भी ये निर्देश दिया गया है कि चारागाह भूमि पर वृक्ष लगाए जाए, जिससे चारागाह भूमि का अच्छा उपयोग हो सके.

पढ़ें:सोनिया गांधी अगर बागी विधायकों को माफ करेंगी तो हम उनके फैसले का सम्मान करेंगेः CM गहलोत

उपखंड अधिकारी राजेश डागा ने कहा कि पहले भी उपखंड प्रशासन द्वारा चारागाह भूमि और स्कूल के खेल मैदानों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा चुकी है. वहीं, आगे भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details