दौसा. जिले के सिकराय उपखंड के कालवान गांव में पिछले 2 माह से बंद क्रेशर प्लांट में माइंस को ग्रामीणों ने 2 महीने बाद भी नहीं चलने दिया. कालवान के पहाड़ों में ग्रामीणों के विरोध के चलते 2 माह से भी अधिक समय से बंद खनन कार्य को लेकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण कर रही कंपनी ने जब अपना प्लांट चालू करने का प्रयास किया तो सूचना मिलते ही कई ग्रामीण प्लांट पर आ गए और काम बंद करा दिया. ग्रामीणों ने गिरफ्तार किए गए सरपंच के भाई की रिहाई एवं अवैध खनन पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की.
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बता दें कि एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण कर रही कंपनी ने शुक्रवार को करीब 62 दिन से बंद क्रेशर प्लांट को फिर से चालू करने का प्रयास किया था. इस दौरान ग्रामीणों ने कंपनी के प्लांट पर पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ों में अवैध खनन और सरकारी भूमि पर अतिक्रमण का विरोध कर रहे सरपंच मीरा मीना के भाई प्रकाश मीना के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में झूठा केस दर्ज कराकर गिरफ्तार किया है. सरपंच के भाई को पुलिस तुरंत रिहा करे. साथ ही क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को पूरी तरह से बंद करे. उसके बाद ही कंपनी का प्लांट को चालू करने दिया जाएगा.
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गौरतलब है कि अवैध खनन और अवैध रूप से संचालित क्रेशर प्लांट को शुरू को लेकर कालवान के ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं. इसके चलते ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन भी किया. हाईवे जाम करके थाने का घेराव भी किया. ग्रामीण माइंस और क्रेसरो को चालू नहीं करने दे रहे हैं.