मेहंदीपुर बालाजी (दौसा).बालाजी मंदिर परिसर के बाहर अधिक संख्या में एकत्रित हुए श्रद्धालुओं के पास न मास्क है और न ही दो गज की दूरी बनाए हुए हैं. श्रद्धालु किसी भी तरह सरकार द्वारा बताई गई गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे हैं. कोरोना कहर के बावजूद भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु दरबार में पहुंचकर मंदिर परिसर के बाहर इकट्ठा हो रहे हैं, जिससे पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है.
सूचना होेने के बाद भी प्रशासन आंख मूंदे बैठा हुआ है. वहीं बाजारों और मंदिर के सामने बंद मंदिर के बाद भी प्रसादी की दुकान खोलकर बैठे दुकानदार, होटल, रेस्टोरेन्ट, गेस्ट हाउस और धर्मशाला संचालकों ने अपने यहां पर मास्क और सेनेटाइजर के किसी भी तरह के बचाव के उपायों की व्यस्था नहीं की है. वहीं राज्य सरकार द्वारा मंदिर में प्रसादी, माला और नारियल चढ़ाने व ले जाने पर कोरोना की वजह से पाबंदी लगाई गई है. लेकिन मेहंदीपुर बालाजी में मंदिर के सामने बैठे दुकानदार, समाज कंटक भक्तों को भ्रमित कर प्रसादी मंदिर के बाहर चड़वाकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं, जिससे मंदिर के बाहर अन्न और प्रसाद सामग्री का दुरुपयोग के साथ ही प्रसाद के ढेर लग रहे हैं. इस प्रसादी से मंदिर प्रशासन के लिए मुसीबतें खड़ी हो गई हैं और बंद मंदिर होने के बाद भी लगातार सामग्री चढ़ावे छुने से कोरोना संक्रमण एक दुसरे श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में फैलने का खतरा निरंतर बना हुआ है. प्रसादी बेचने वाले दुकानदार और लपका गिरोह सक्रिय हो गए हैं और लोगों को फोन पर भ्रमित कर आने का निमंत्रण दे रहे हैं.
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