दौसा. जिले के सिकंदरा में शहर में कोरोना संदिग्ध मरीज के दुकान के बाहर पड़े होने की सूचना पर शहर में सनसनी फैल गई. कोरोना संदिग्ध मरीज की सूचना बाजार में आग की तरह फैल गई. सूचना पर पहुंचे सिकंदरा थाना प्रभारी ने पुलिसकर्मियों की सहायता से भीड़ को तितर-बितर किया. थाना प्रभारी ने इसकी सूचना सिकंदरा सीएचसी को दी. जिसके करीब एक घंटे बाद एंबुलेंस कर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने मरीज को हाथ लगाने से मना कर दिया. जिसपर पुलिस ने स्ट्रक्चर पर लिटा कर मरीज को दूसरी एंबुलेंस में बैठाया और अस्पताल के लिए रवाना किया.
बता दें कि मंगलवार सुबह सिकंदरा बाजार में एक कोरोना संदिग्ध पाया गया. जिसके लिए एंबुलेंस को फोन किया गया. लेकिन एंबुलेंस कर्मियों ने कोरोना संदिग्ध मरीज को हाथ लगाने से मना कर दिया. जिसके बाद मरीज को तड़पता छोड़ कर एंबुलेंस कर्मी वहां से रवाना हो गए. वही सिकंदरा सीएचसी के चिकित्सा कर्मियों ने भी मौके पर आने से मना कर दिया. इसके बाद थाना प्रभारी ने जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी से मामले को अवगत करवाकर पुलिसकर्मियों को संदिग्ध को अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए.
जिसके बाद थाना प्रभारी के निर्देश पर पुलिस कर्मियों ने स्ट्रक्चर पर लिटा कर मरीज को दूसरी एंबुलेंस में बैठाया. मरीज को एंबुलेंस से सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सकों ने मरीज की जांच के दौरान मरीज के जेब से कोविड-19 स्क्रीनिंग की पर्चियां मिली. मरीज की जेब से मिले पर्चियों से फोन पर परिजनों को सूचना दी. मरीज की पहचान के एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि यह व्यक्ति चौमू का रहने वाला है, जो कि मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण अलग-अलग शहरों में घूमता रहता है.