दौसा. ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज इंजीनियर ने अपने 5 दिन तक चलने वाली हड़ताल को लेकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर 9 सूत्री मांग को स्वीकार करने के लिए सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी भी दे दी है. साथ ही कहा है कि यदि सरकार हमारी 9 सूत्री मांगों को नहीं मानती है तो 5 दिन के बाद सभी इंजीनियर अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
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ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज इंजीनियर संघ के जिलाध्यक्ष चंदन लाल मीणा ने बताया कि एसोसिएशन की ओर से लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार के समक्ष रखा जा रहा है. लेकिन सरकार इंजिनियर्स की मांगों को लेकर बिल्कुल भी ध्यान देना नहीं चाहती है. जिसको लेकर सभी इंजीनियर्स प्रदेश के अंदर पांच दिवसीय हड़ताल पर हैं.
पंचायती राज के इंजीनियरों ने मांगें नहीं मानने पर दी इस्तीफे की धमकी साथ ही चंदन लाल मीणा ने बताया कि वेतन वृद्धि व फिक्सेशन व प्रमोशन सहित विभिन्न मांगों को लेकर सभी इंजीनियर प्रदेश स्तरीय पांच दिवसीय धरने पर हैं. सभी ने प्रदेश अध्यक्ष को अपने इस्तीफे भेज दिए हैं. 5 दिन में सरकार मांगे नहीं मानती हो तो सब अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
मीणा ने बताया कि विभागीय अभियंताओं द्वारा प्रति वर्ष 13 से 14 हजार करोड़ रुपए का निर्माण कार्य संपादन किया जाता है. लेकिन उसके परिपेक्ष में सरकार विभागीय अभियंताओं को स्थाई पद भी प्रदान नहीं कर रही है. वर्तमान में स्थाई अभियंताओं की संख्या नगण्य है.