दौसा. जिले में निजी कोचिंग संस्थान के पास बिजली के तारों में आग लग जाने से शहर में बड़ा हादसा होते-होते टल गया. गनीमत यह रही कि मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने तुरंत मौके की नजाकत को भांपते हुए कोचिंग संस्थान की छुट्टी करवाकर छात्रों को वहां से रवाना करवा दिया, लेकिन प्रशासन और नगर परिषद इस तरह की घटनाओं को हल्के में ले रहा है. गौरतलब है कि सूरत में हुए कोचिंग संस्थान में भीषण अग्निकांड से दर्जनों छात्रों के मौत से भी प्रशासन सबक लेने को तैयार नहीं है.
जिले में सैकड़ों की तादाद में स्कूल और कोचिंग संस्थान चल रहे हैं लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से उनकी व्यवस्थाएं चौपट है. जिला मुख्यालय पर भी नजर डालें तो इस तरह के दर्जनों कोचिंग संस्थान और शिक्षण संस्थान संचालित हैं जो कि सुरक्षा की मापदंडों पर कहीं खरा नहीं उतरते, लेकिन प्रशासन की मूक दर्शिता के चलते शहर में धड़ल्ले से कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं. प्रशासन की इस लापरवाही का खामियाजा आमजन को कभी भी भुगतना पड़ सकता है.