दौसा.जिला मुख्यालय पर बने पवित्र धार्मिक स्थल मिनी पुष्कर को लोग अब पर्यटन स्थल बनाने की मांग कर रहे हैं. गेटोलाव धाम जो कि छोटे पुष्कर के नाम से प्रसिद्ध है औऱ सैकड़ों वर्षों पुराना धार्मिक स्थल है. संत दादू दयाल जी की तपोस्थली रहा गेटोलाव धाम लोगों के लिए आस्था का केंद्र है. ऐसे में कार्तिक मास में सैकड़ों की तादाद में जिलेभर से महिलाएं कार्तिक स्नान के लिए आती है और गेटोलाव सरोवर जो कि छोटे पुष्कर के नाम से प्रसिद्ध है, अब जिले वासी इस छोटे पुष्कर को पर्यटन स्थल बनाने की मांग कर रहे हैं.
जिले वासियों का कहना है कि इस मिनी पुष्कर को डेवलप करने के लिए पूर्व की सरकार में कई प्रयास किए गए थे, जिसके चलते यहां पर एक सुसज्जित पार्क तैयार कर दिया गया है. इस सरोवर की खुदाई कर इसमें पानी और अधिक भरने के भी प्रयास किए गए थे. जिसके चलते यहां पर सैकड़ों की तादाद में प्रवासी पक्षी आए और यहां पर पक्षी मेला भी लगाया गया. जिसको देखने के लिए विदेशी पर्यटक तक भी मिनी पुष्कर पहुंचे, लेकिन सरकार बदलने के बाद अब इस मिनी पुष्कर की कोई सार संभाल नहीं ली जा रही.
ऐसे में सरोवर में गंदगी का आलम और आवारा पशुओं का जमावड़ा यहां बनता जा रहा है. वहीं आस-पास रहने वाले लोग मिनी पुष्कर में अपने इंजन लगाकर खेतों में सिंचाई के लिए पानी ले जाते हैं, जिससे कि ये सरोवर जल्दी सूख जाता है. उसमें मछलियां भी खत्म हो जाती है. ऐसे में बारिश के मौसम के बाद गेटोलाव धाम सुना पड़ा रहता है. यहां पर लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो जाती है.