मेहंदीपुर बालाजी (दाैसा).कोविड-19 संकट के बीच देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम देखने को मिल रही है. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भगवान श्री कृष्ण का 5248वां जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ बंद मंदिर में ही मनाया जाएगा, जिसमें श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध है. जन्माष्टमी का पर्व 11 और 12 अगस्त को 2 दिन का मनाया जा रहा है. स्मार्त संप्रदाय 11 अगस्त मंगलवार को मना रहे हैं. वहीं वैष्णव संप्रदाय द्वारा 12 अगस्त बुधवार को मनाएंगे. ऐसे में जन्माष्टमी दो अलग-अलग दिन की मनाई जाती रही है.
मंगलवार को मेहंदीपुर बालाजी में मध्य रात्रि 12 बजे बंद मंदिर में कान्हा जन्म लेंगे. बालाजी मंदिर बंद परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते विधि-विधान के अनुसार, सभी कार्यक्रम भव्य और दिव्यता के साथ मनाए जा रहे हैं. भक्त अपने नटखट कन्हैया का जन्मोत्सव मनाने के लिए आतुर हैं. मंदिर बंद होने के कारण भक्त अपने घरों पर ही जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं.
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मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर प्रभु को पंचामृत स्नान करवाया जाता है. पंचामृत दूध, दही, घी, शहद, शक्कर और जल से तैयार होता है. इस मौके पर प्रभु का नवीन पोशाक पहनाकर विशेष शृंगार भी किया जाता है. 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर घंटे घड़ियाल बज उठेंते है और भगवान श्री कृष्ण को बालाजी महाराज के समक्ष चांदी के पालने में विराजमान कर महाआरती की जाती है. भगवान श्री कृष्ण से कोविड-19 के संकट को दूर करने की विशेष प्रार्थना की जाएगी. इसी समय मेहंदीपुर बालाजी की अधिकांश लोग कोविड-19 संकट के चलते मंदिर बंद होने के कारण अपने घरों में ही मंदिर के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव मनाएंगे.