मेहंदीपुर बालाजी (दौसा).पूर्वी राजस्थान के सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बंद होने के बावजूद शनिवार को मंदिर परिसर के बाहर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई. मंदिर के बाहर मौजूद श्रद्धालुओं में कोरोना महामारी को लेकर जरा भी सतर्कता नहीं दिखी.
प्रदेश सहित जिलों में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, अब भी लोग लगातार लापरवाही बरत रहे हैं. सरकार की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि एक जगह अधिक लोग इकट्ठे ना हों. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें. ऐसे में कोरोना के चलते मेहंदीपुर बालाजी 17 मार्च से ही श्रद्धालु के दर्शनों की लिए बंद है, लेकिन देश के अधिकतर राज्यों से मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आना जारी है.
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कोरोना के संक्रमण को भुलाकर श्रद्धालु हजारों की तादाद में मेहंदीपुर बालाजी परिसर में जमा हो रहे हैं. बालाजी मंदिर के आगे जमा श्रद्धालु ना तो मास्क लगाए दिख रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर रहे हैं. इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अनजान बनकर बैठे हैं. प्रशासन ने कोरोना काल में कुछ दिनों तक अपनी जिम्मेदारी निभाई उसके बाद मेंहदीपुर बालाजी में प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी भुला दी है.
वहीं, आमजन भी सरकार के जागरूकता के कई प्रयासों के बावजूद लापरवाही बरते दिख रहे हैं. मेहंदीपुर बालाजी में बंद मंदिर के बाद भी आने वाले श्रद्धालुओं ने सामाजिक दूरी के नियमों को ताक में रखकर हुए है. मेहंदीपुर बालाजी मे जमा होने वाले श्रद्धालुओं के हुजूम से कभी भी कोरोना विस्फोट हो सकता है. ऐसे में ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी,चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग, सहित अन्य ग्रामीण इलाकों के जिम्मेदार कार्मिक आंख बंद कर कर मेहंदीपुर बालाजी में नियमों का उल्लंघन होने दे रहे हैं.
ऐसा लग रहा जैसे मेहंदीपुर बालाजी में ना 2 गज की दूरी ना ही मास्क के नियम लागू किए हुए हैं. इसका अंदाजा श्रद्धालुओं के मेले को देखकर लगाया जा सकता है. कोरोना को लेकर आमजन के साथ प्रशासन औऱ कार्मिक भी लापरवाह हो गए हैं.
प्रदेश, जिले, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को कोरोना से बचाव और चेतना जागृत करने के लिए राज्य सरकार की ओऱ से संचालित जागरूकता आंदोलन चलाए जा रहे है.
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ऐसे में मेंहदीपुर बालाजी मे कोरोना महामारी को फैलने से रोकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है. जब तक बालाजी मंदिर नही खुलने तक अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर बालाजी की सीमा पर पाबंद कर सख्त कार्रवाई कर उन्हें वापस नहीं लोटाया जाएगा और मास्क नहीं लगाने और सोशल डिस्टेंस नहीं रखने वालों पर कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक कोरोना को हराना नामुमकिन है.
यहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों जिलों की पुलिस लगाई गई है. 2 जिलों की पुलिस होने के बावजूद भी श्रद्धालुओं की ओर से कोरोना एडवाइजरी की पालना करवाने में असफल नजर आ रही है. जबकि मंदिर प्रशासन ने कोरोना के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मंदिर को 17 मार्च से बंद रखा गया है.