दौसा. जल है तो कल है, इन सरकारी नारों के इतर जल ने कुछ लोगों के आज को मुश्किल भरा बना रखा है. बांदीकुई उपखंड के नांदेरा गांव की आंतरी वाली ढाणी की महिलाएं परेशान हैं. पानी की किल्लत यूं तो मई-जून की गर्मी में होती है, लेकिन यहां सर्दी में भी गर्मी का एहसास हो रहा है.
दौसा के बांदीकुई उपखंड की कई ढाणियों में पेयजल की किल्लत हालात ये हैं कि सर्दी के मौसम में भी इन महिलाओं को पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. रविवार को दर्जनों महिलाओं ने मटकी और बर्तन लेकर जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी की. इलाके में पानी की समस्या को लेकर रविवार को इन महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. महिलाओं ने हाथों में मटके लहरा कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया. ग्रामीण मीना देवी ने बताया कि ढाणी में एक भी सरकारी जल स्रोत नहीं है.
दौसा जिले के बांदीकुई में पानी की किल्लत जबकि जलदाय विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. ममता देवी सैनी ने बताया कि ढाणी में लगभग 500 लोग रहते हैं, इलाके में करीब 200 पालतू मवेशी भी हैं जिनके लिए पानी उपलब्ध नहीं है. मजबूरन महंगे दामों में पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे हैं. जिसके चलते लोगों की माली हालात खराब हो गई है. ढाणी की महिलाओं ने बताया कि 15 दिन में पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करेंगी.
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प्रदर्शन के दौरान पदमा, गुड़िया, कृष्णा, ममता, अंगूरी, विजया के साथ पूर्व वार्ड मेंबर शकुंतला सैनी और दर्जनों महिलाएं शामिल रहीं. मीना देवी ने बताया कि जो लोग पानी का टैंकर डलवाने में सक्षम नहीं हैं उनके घरों की महिलाओं को 2 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है, लेकिन कोरोनाकाल में लोग भी अब पानी नहीं भरने देते. ऐसे में हालात और भी विकट हो गए हैं.