दौसा. जिले के महुआ उपखंड क्षेत्र में बाणगंगा नदी सहित पहाड़ों में अवैध खनन जोरों पर है. खनन माफियाओं के सामने खनिज विभाग, परिवहन विभाग और प्रशासन बौना साबित हो रहा है. खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि कार्रवाई के दौरान वह विभाग की टीम पर हमला करने से भी नहीं चूकते हैं. 2 माह पूर्व मंडावर थाना इलाके में खनन विभाग की टीम पर खनन माफियाओं ने हमला कर दिया तथा ट्रैक्टर ले जा रहे बॉर्डर होमगार्ड के जवान को धक्का देकर नीचे गिरा कर कुचल कर मार डाला था.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब खनन माफियाओं द्वारा खनिज विभाग की टीम पर हमला किया गया हो. पूर्व में भी कई बार विभाग पर खनन माफिया द्वारा धावा बोल जा चुका था, जहां विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचा पाए थे, लेकिन खनिज विभाग और परिवहन विभाग सहित प्रशासन के द्वारा इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने के चलते इनके हौसले बुलंद हैं. धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है.
अवैध खनन के कारण बाणगंगा नदी पूरी तरह से खोखली होती जा रही, खनन के चलते प्राचीनतम बाणगंगा नदी पूर्णत अपना मूल स्वरूप खो चुकी है. नदी में 100 से 200 फिट तक के गहरे गहरे गड्ढे बन गए हैं. जो चंबल नदी के बीहडों जैसे नजर आते हैं. इसके चलते आसपास के क्षेत्र का जलस्तर घटता जा रहा है. जो किसानों के लिए चिंता का विषय है. वहीं दूसरी ओर इन गड्ढों में पानी भर जाने के बाद कई लोग इनमें गिर कर अपनी जान भी गंवा चुके हैं.