दौसा. शहर की पानी की समस्या के समाधान के लिए मैदान में उतरे उप जिला कलेक्टर ने जिला मुख्यालय पर संचालित सभी आरओ प्लांट संचालकों को सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यदि आरओ प्लांट से बर्बाद होने वाले पानी के लिए यदि वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाया तो आरओ प्लांट को लॉक कर दिया जाएगा.
दौसा में बढ़ती हुई पानी की समस्या को लेकर समाधान के लिए प्रयास में उतरे उप जिला कलेक्टर गोवर्धन लाल शर्मा ने जिला मुख्यालय पर सभी आरओ प्लांट को वाटर हार्वेस्टिंग लगवाने के सख्त निर्देश दे दिए है. जिसके तहत उन्होंने नगर परिषद को नोटिस देकर तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं.
वॉटर हार्वेस्टिंग नही बनवाया तो बंद होगा आरओ प्लांट शर्मा ने बताया कि शहर में जितने भी वाटर हार्वेस्टिंग है, वहां पर रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. क्योंकि वाटर एक्सपर्ट का कहना है कि आर ओ प्लांट यदि 1000 लीटर पानी आरओ से फिल्टर करके पीने के लिए निकालता है तो करीब 3000 से अधिक लीटर वाटर पाइप लाइन से नालियों में वेस्ट के रूप में निकालता है. इसलिए वेस्ट पानी निकलने का सदुपयोग करते हुए उस पानी को सर्कुलेट करने के लिए उप जिला कलेक्टर ने यह पहल शुरू की है.
जिसके चलते उन्होंने खुद वाटर प्लांट का निरीक्षण कर उन्हें साफ शब्दों में वाटर हार्वेस्टिंग लगवाने के निर्देश दिए हैं. उप जिला कलेक्टर का कहना है कि यदि हार्वेस्टिंग के जरिए पानी जमीन में जाएगा तो उसके आसपास के हेड पंप में पानी का लेवल बढ़ेगा. यह एक प्रयास है. इससे धीरे-धीरे आसपास के पानी के स्रोत रिचार्ज होंगे. हार्वेस्टिंग के माध्यम से बारिश का पानी भी जमीन में जाएगा. जिससे पानी की समस्या के समाधान में सहारा मिलेगा. उन्होंने मंडल वाटर आर ओ प्लांट संचालकों को साफ शब्दों में निर्देश दिया कि यदि वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगता है तो उसको तुरंत प्रभाव से लॉक कर दिया जाएगा.