दौसा में लोगों ने अलसुबह से ही अपने इष्ट देवता और भगवान की पूजा अर्चना कर गुरु पूर्णिमा मनाई
जिले भर में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया. संतो के आश्रम पर उनके शिष्यों की भीड़ लगी रही लोग और अपने गुरुओं को गुरु दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लेते रहे. इसी तरह गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जिले के सभी मंदिरों में भी भीड़ भाड़ नजर आई. लोगों ने अलसुबह से ही अपने इष्ट देवता और भगवान की पूजा अर्चना कर गुरु पूर्णिमा मनाई.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जिले के सभी मंदिरों में भी भीड़ भाड़ नजर आई शहर के गिरिराज धरण मंदिर में भी अलसुबह से ही हजारों की तादाद में महिला पुरुषों का आना जाना शुरू हो गया. लोग अलसुबह से ही गिराज मंदिर में पहुंच कर भगवान श्री कृष्ण की गोवर्धन जी की पूजा अर्चना करके उनका आशीर्वाद लेकर प्रसाद ग्रहण किया. मंदिर सचिव सतीश सहारा ने बताया कि हर वर्ष गुरु पूर्णिमा बड़े धूमधाम के साथ मनाई जाती है. इस पर्व पर भगवान को नए वस्त्र और आभूषण पहने जाते हैं. हजारों की तादाद में मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी वितरण की जाती है. जिसमें सुबह आने वाले लोगों को शरबत पिलाई जाती है और दिन में आने वाले लोगों को दाने और या की प्रसादी वितरित की जाती हैं. जिसके तहत मंगलवार को भी मंदिर में आने वाले हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरण की गई.
प्रदेश के विभिन्न जिलों में धूमधाम मनाया गया गुरु पूर्णिमा का त्योहार सवाई माधोपुर में भी गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाया गया
मंगलवार को जिले में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर लोगों ने अपने-अपने गुरुओं की गुरु वंदना कर आशीष लिया. गुरु पूर्णिमा के इस अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित रणथंभौर मैरेज गार्डन में गुरु पूर्णिमा समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें खंडार के पादडा आश्रम के आचार्य बलराम कृष्ण ने शिरकत कर लोगों को आशीर्वाद दिया.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लोगों ने अपने-अपने गुरुओं की गुरु वंदना कर आशीष लिया इस दौरान आचार्य बलराम कृष्ण ने अपने शिष्यों को गुरु मंत्र दिया गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व को लेकर आचार्य बलराम कृष्ण का कहना है कि हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से बड़ी उपाधि दी गई है गुरु वही है जो आपको सही मार्ग दिखाएं. गुरु के बिना मोक्ष संभव नहीं हैं. गुरु ही आपको अंधकार में रास्ता दिखाता है. कार्यक्रम के दौरान नि:शुल्क भोजन की भी व्यवस्था की गई. आपको बता दें कि गुरु की वंदना करने की यह परंपरा सालों से चली आ रही है और लोग निरंतर अपने गुरु की वंदना के लिए गुरु का आशीर्वाद पाने के लिए उनके पास आते रहे हैं.
रानीवाड़ा में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए
जालोर के रानीवाड़ा में भी मंगलवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए. इस मौके श्रद्धालुओं ने अपने गुरुजनों और संतों से आशीर्वाद लिया. आसपास के मंदिरों में दिन भर भजन कीर्तन का दौर चलता रहा. इस मौके पर श्रद्धालुओं ने अपने गुरुजनों और संतों से आशीर्वाद लिया. कर उनकी पूजा अर्चना भी की. बड़गांव के सूरजकुंड में सवेरे से ही महंत लहरभारती से आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. इसी तरह गुन्दाऊ स्थित फुलमुठेशवर महादेव मंदिर में महंत चम्पेनाथजी महाराज से आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लोगों ने अपने-अपने गुरुओं की गुरु वंदना कर आशीष लिया सेवाड़िया में स्थित आपेशवर महादेव मंदिर के महंत रतनभारती महाराज के सान्निध्य में भक्तों ने मंदिर में दर्शन कर मनोकामनाएं मांगी. इसी तरह जसवंतपुरा में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर के महंत सुखदेवगिरी महाराज का गुरू पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने पूजन कर आशीर्वाद लिया. वहीं मामा कॉलोनी बड़गांव के हनुमान मंदिर के मठाधीश संतोष गिरी महाराज ने श्रद्धालुओं को आशीर्वचन दिए. गौरतलब है कि हमारे देश में गुरु और शिष्य का रिश्ता पवित्र माना जाता हैं और गुरु को देव तुल्य भी माना गया हैं. गुरु को सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिये गुरु पूर्णिमा मनाई जाती हैं.