दौसा. राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न कार्यकर्ताओं के बढ़ाए गए मानदेय को लेकर ग्राम साथियों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ग्राम साथिनों का कहना है कि सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 1500 रुपए, सहायिका के मानदेय में 750 रुपए की वृद्धि की है. जबकि ग्राम साथिन के मानदेय में महज 200 रुपए की वृद्धि की गई है. जो नाकाफी है.
मानदेय में महज 200 रुपए की बढ़ोतरी से ग्राम साथिनों में नाराजगी, 1500 रुपए बढ़ाने की मांग
राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित अन्य कार्यकर्ताओं के बढ़ाए गए मानदेय को लेकर ग्राम साथिनों ने नाराजगी जाहिर की है. ग्राम साथिनों ने कहा कि उनके मानदेय में महज 200 रुपए की बढ़ोतरी की गई है जो बहुत कम है. जबकि उन्हें पूरी ग्राम पंचायत में पैदल घूमकर काम करती है.
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ग्राम साथिनों ने कहा कि उन्हें तेज धूप, बारिश और सर्दी के मौसम में पूरे सप्ताह ग्राम पंचायत में पैदल घूम घूमकर काम करना पड़ता है. इसके लिए उन्हें महज 3 हजार 500 रुपए मानदेय मिलता है. जो परिवार के पालन पोषण के लिए नाकाफी है. ग्राम साथिनों ने कहा कि राज्य सरकार ने द्वेषता के चलते उनके मानदेय में महज 200 रुपए की बढ़ोतरी की है. जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. ऐसे में राज्य सरकार से हमारी मांग है कि वह हमारे मानदेय में 1 हजार 500 रुपए की बढ़ोतरी कर 5 हजार रुपए किया जाए.