प्रतापगढ़. क्षेत्र में गत दिनों हुई बारिश से खेतों में नमी हो गई है. हालांकि अभी पर्याप्त नमी नहीं हो पाई है लेकिन कुछ किसान अगेती बुवाई करने में जुट गए है. जिले में जहां कई किसान परम्परागत रूप से बैलों से बुवाई कर रहे हैं, वहीं कई इलाकों में ट्रैक्टर से भी बुवाई की जा रही है. वहीं किसान हंकाई करने में भी जुट गए हैं. जिले में अभी मानसून का इंतजार भी है.
बम्बोरी क्षेत्र में कहीं-कहीं मूंगफली और मक्का की अगेती बुआई का काम शुरू हो गया है. मूंगफली खरीफ और जायद दोनों मौसम की फसल है. खरीफ की अपेक्षा जायद में कीट और बीमारियों का प्रकोप कम होता है. बम्बोरी के किसान रमेशचंद्र जणवा ने बताया कि गांव में कई लोग पिछले कई वर्षों से मूंगफली की खेती कर रहे हैं. वे बताते हैं कि हमारे यहां किसान मूंगफली की खेती कर रहे हैं.
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गेहूं कटने के बाद किसान मूंगफली की बुवाई के लिए खेत तैयार करते हैं. बरसात होने से कुछ दिन पूर्व ही वे फसल की बुआई करते हैं. इससे किसानों को फायदा भी होता है. अगेती फसल की पैदावार भी अच्छी होती है. मानसून से पूर्व जिन किसानों के नलकूपों व कुओं में पानी होता है, उससे किसान सिंचाई कर या फव्वारे लगाकर भी मूंगफली व मक्के की अगेती फसल लेते हैं.