दौसा. कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर चिकित्सा विभाग पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है. जिसके चलते जिले में आने वाले सभी प्रवासियों को लेकर के चिकित्सा विभाग कोई कोताही ना बरतते हुए सभी की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वॉरेंटाइन कर रहा है, पिछले दिनों दौसा जिला कोरोना मुक्त हो जाने के बाद अब जिले के लोगों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई हैं.
दौसा में घर आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग आगामी समय में जिले में कोई कोरोना संक्रमित ना हो इससे बचाव के लिए जिले की पूरी मशीनरी लगी हुई है. ऐसे में इस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए चिकित्सा विभाग की सबसे अधिक जिम्मेदारी बनती है. हालांकि चिकित्सा विभाग अपनी जिम्मेदारी को लेकर पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है. जिसके चलते राजस्थान सरकार के प्रवासी लोगों को अपने जिलों में पहुंचाने के फैसले के बाद अब चिकित्सा विभाग के दौसा की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई हैं.
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आये दिन जिले में दर्जनों की तादाद में प्रवासी लोग जिले में आ रहे हैं, जिनको लेकर चिकित्सा विभाग बिना कोई कोताही बरतते हुए उन्हें घर पहुंचने से पहले उनकी स्क्रीनिंग करने में जुटा हुआ है. सभी प्रवासियों की जांच कर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन के लिए निर्देशित किया जा रहा है. कोरोना संक्रमण को लेकर बने रेड जोन एरिया से आने वाले लोगों को चिकित्सा विभाग द्वारा अस्पताल में ही क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.
प्रवासियों की जांच नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें घर भेजा जा रहा है. ऐसे में जिला अस्पताल में रहने वाले सभी लोगों को रहने खाने-पीने की जिम्मेदारी जिला अस्पताल द्वारा की जा रही है. जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. सीएल मीणा का कहना है कि हमारा प्रयास है कि दौसा में फिर से कोरोना संक्रमण ना फैले उसके लिए हम बेहतर काम करने के लिए प्रयासरत हैं.