दौसा. जिले बांदीकुई उपखंड के गुढलिया गांव में सरकारी विद्यालय में नियमित कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. राज्य सरकार और शिक्षा विभाग ने कोरोना महामारी को चलते हुए विद्यालय संचालन पर प्रतिबंध लगा रखा है. क्षेत्र में निजी विद्यालय के संचालन पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की टीम जांच कर प्रतिदिन कार्रवाई भी कर रही है.
वहीं बांदीकुई उपखंड के गुढलिया ग्राम पंचायत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पीईईओ की ओर से विद्यालय परिसर में कई कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. जिनमें विद्यार्थियों की संख्या डेढ़ सौ से दो सौ के करीब है और अधिकांश छात्र संचालित कक्षाओं में बिना मास्क और सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं करते हुए पास-पास बैठे हैं. ना ही रूम के अंदर कोई सैनिटाइजर की मशीन रखी हुई थी.
इसे देखने में ये प्रतीत होता है कि कोरोना महामारी का क्षेत्र की सरकारी विद्यालयों के छात्रों व स्टाफ में कोई भय नहीं, अध्यापकों के मुंह पर मास्क नहीं था. आखिर इस तरह का खिलवाड़ देश के भविष्य के साथ कहां तक न्याय उचित है. जबकि शिक्षा विभाग की ओऱ से पीईईओक्षेत्र में संचालित होने वाली सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों की देखरेख की संपूर्ण जिम्मेदारी पीईईओ की होती हैं.
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वहीं, कक्षा संचालन को लेकर प्रधानाचार्य का कहना है कि परामर्श देने के लिए कक्षाएं चला रहे हैं. लेकिन परामर्श के नाम पर इस तरह इतने अधिक बच्चों को बुलाकर एक साथ कैसे बैठाया जा सकता है. मामले को लेकर माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम मीणा का कहना है कि कोरोना महामारी में निजी विद्यालयों का संचालन करने पर अब तक 7 विद्यालयों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज हो चुकी है और 9 के खिलाफ डायरेक्टर को कार्रवाई के लिए लिखा जा चुका है और वो गुडाकटला में सरकारी विद्यालय संचालन की सूचना मिली है. जिसकी जांच करवा कर उसके खिलाफ जल्दी कार्रवाई की जाएगी.