पुराने किले को फतह करने में जुटी कांग्रेस...गहलोत की मंत्री ने दिया ये बयान
आचार संहिता लगते ही राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव के दंगल में उतर चुकी है. ऐसे में कांग्रेस अपने पुराने किले को फिर से फतह करने में जुट गई है. दौसा सीट पर वापसी करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट जिले में सभा करने जा रहे हैं.
कांग्रेस
दौसा. लोकसभा क्षेत्र काफी लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रह चुका है. लेकिन पिछले एक दशक से यहां निर्दलीय सांसद व भाजपा के सांसद रहे हैं.दौसा की लोकसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो यहां कांग्रेस से स्व. राजेश पायलट दो बार सांसद रह चुके हैं, वहीं उनकी धर्मपत्नी रमा पायलट व वर्तमान उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट 2000 से लेकर 2004 तक दौसा लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं.
पायलट परिवार के दौसा छोड़ने के बाद दौसा सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई. उसके बाद यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा सांसद बने व भाजपा से पूर्व डीजीपी हरीश मीणा सांसद रहे. अपने उसी पुराने किले को फतह करने को लेकर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे पूरी टीम के साथ दौसा में लोकसभा चुनाव का शंखनाद करने जा रहे हैं.
शनिवार को जिले के भांडारेज में आयोजित होने वाली इस सभा को लेकर कांग्रेस कमेटी पूरी तरह तैयारियों में जुटी हुई है. मुख्यमंत्री की सभा को लेकर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ममता भूपेश ने अपने विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर सरकार के दौरे की चर्चा की. मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री सचिन पायलट शनिवार को दौसा की जनता की ओर से विधानसभा में कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए उनका आभार व्यक्त करेंगे. इसके साथ ही लोकसभा चुनाव का शंखनाद भी करेंगे.