दौसा.लॉकडाउन के बाद अब फुटपाथ पर बैठकर बूट पॉलिश करने वाले मोचियों पर रोजी रोटी का संकट गहराता नजर आ रहा है. दो माह से चल रहे लॉकडाउन के बाद अब सरकार धीरे-धीरे बाजार खोलने की अनुमति दे रही है. कहीं 2 से 3 घंटे के लिए बाजार खुल रहे हैं तो कहीं 3 से 5 घंटे के लिए बाजार खोलने की अनुमति दी गई है. ऐसे में इस लॉकडाउन के बाद खुलते बाजारों में छोटे उद्योग, धंधे और फुटापाथ पर काम करने वालों पर संकट मंडराता नजर आ रहा है.
इसे लेकर ईटीवी भारत ने जब फुटपाथ पर बैठकर लोगों के बूट पॉलिश और टूटे चप्पल जूतों की मरम्मत करने वाले मोचियों से उनके कारोबार और आय की बात की तो इनकी परेशानी इनके चेहरे पर साफ दिखाई दी. लोगों की टूटी चप्पल और जूतों को सीलकर अपने परिवार का गुजर-बसर करने वाले इन मोचियों के सामने अब घर परिवार के लिए जरूरत का सामान लाने तक की भी कमाई नहीं हो रही है. ऐसे में फुटपाथ पर बैठने वाले यह मोची आर्थिक संकट से घिरे हुए हैं. इन मोचियों का कहना है कि लॉकडाउन से पहले वह दिन भर में 200 से लेकर 300 रुपए तक कमा लेते थे. जिससे कम से कम घर का राशन तो आ जाता था.