दौसा.कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सबसे अधिक जरूरी है कि लोग घरों पर रहे और अपने आपको होम आइसोलेट करें. अपने आप को क्वॉरेंटाइन रखने का एक अच्छा उदाहरण पेश कर रहे हैं श्याम बिहारी. गौरतलब है कि प्रदेश में 15 दिन पूर्व लॉकडाउन की घोषणा हुई थी. इस लॉकडाउन के बाद मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की थी कि वे अपने घरों में रहे या फिर जो जहां है वहीं पर रहे. इस अपील के बावजूद भी हजारों लाखों लोग अपने घरों में पहुंचने के लिए सड़कों पर निकल गए, कोई वाहनों से जा रहा था तो कोई पैदल ही निकल रहा था. इसी बीच दौसा में एक शख्स ने मिसाल पेश की है.
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दरअसल भरतपुर के बयाना के श्याम बिहारी पेशे से बस चालक है और भरतपुर से जयपुर बस लेकर जा रहे थे. इसी दौरान दौसा में पहुंचते ही देश में लॉकडाउन की घोषणा हो गई. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने सबको आइसोलेट होने के होने की अपील की. जिसको लेकर श्याम बिहारी ने खुद कि वह अपने साथ और लोगों की जिंदगी का रिस्क नहीं लेते हुए खुद को दौसा में अपनी बस को खड़ी कर बस में ही आइसोलेट कर लिया.
लॉकडाउन के बीच 15 दिनों से खुद को बस में किया क्वॉरेंटाइन श्याम बिहारी का कहना है जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने अपील की तो वे दौसा ही पहुंचे थे और यही रुकने का फैसला लिया. हालांकि श्याम बिहारी के अन्य साथी पैदल या फिर मालवाहक वाहनों से अपने घर में चले गए गए. लेकिन उन्होंने ना अपने जीवन को खतरे में डाला और ना ही अन्य के जीवन को.
कोरोना से बचने के लिए पिछले 15 दिनों से श्याम बिहारी शर्मा ने अपने आपको बस में क्वॉरेंटाइन कर रखा है. श्याम बिहारी का बस में ही खाना खाते हैं और बस में ही विश्राम करते हैं, रात के समय भी बस में ही सोते हैं. दिन में सिर्फ एक बार बस से बाहर निकलकर सुलभ कॉम्प्लेक्स में नित्य क्रियाओं के बाद अपने आप को पुनः बस में क्वॉरेंटाइन कर लेते है.
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साथ ही जिस जगह यह बस खड़ी है वह कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र भी है और पिछले दिनों यहां पर 5 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद से ही प्रशासन सख्त है, लेकिन श्याम बिहारी अपने आपको बस में ही क्वॉरेंटाइन कर कोरोना से जंग लड़ रहे है.