मेहंदीपुर बालाजी (दौसा).जिले के मेहंदीपुर बालाजी में विकास को आईना दिखाती सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है. कई सरकारें आईं और गईं, लेकिन सड़कों की बदहाल स्थिति नहीं सुधर पाई. जर्जर पड़ी यह सड़क 3 गांव को एनएच-21 से जोड़ती है. सड़क से श्रद्धालु और ग्रामीणों की ज्यादातर आवाजाही रहती है. वर्तमान में यह रास्ता गड्ढों में तब्दील हो चुका है.
सालों से बेकार पड़ी सड़कों से यह पता चल जाता है कि जमीनी स्तर पर कितना विकास हुआ है. दावे तो बहुत होते हैं, लेकिन रिजल्ट शून्य ही रहता है. बेहतर सड़कें ही विकास की पहली सीढ़ी मानी जाती हैं. लेकिन जमीनी हकीकत में क्षेत्र की ग्रामीण सड़कों की तस्वीर इतनी बदतर हो चुकी है कि राहगीर जान हथेली पर रखकर इन सड़कों पर सफर करते हैं.
सालों से सड़कें बनाना तो दूर, उनकी मरम्मत की मांग के बावजूद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है. जिससे विकास के सरकारी दावे धरातल पर मात्र कोरे आश्वासन बन कर ही रह गए हैं और राहगीर जोखिम भरी सड़कों पर चलने को मजबूर हैं. मेहंदीपुर बालाजी से उदयपुरा तक की करीब 3 किलोमीटर सड़क वर्तमान में पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. यह सड़क मेहंदीपुर बालाजी, उदयपुर पंचायत और मीना सीमला पंचायत को एनएच 21 से भी जोड़ती है.