दौसा.दौसा का नेशनल हाइवे सुरक्षित यात्रा के बजाय आपको यमलोक की यात्रा करवा सकता है. NH पर इन दिनों यमदूत के रूप में आवारा पशु तैनात हैं. जिससे वाहन चालक इन दिनों मौत के साये में NH पर सफर करने के लिए मजबूर हैं.
जिले का NH-21 इन दिनों मौत के अड्डे का पर्याय बन चुका है. नेशनल हाइवे पर सफर करनेवाले वाहन चालक और राहगीरों पर मौत का साया मंडरा रहा है. बता दें कि इन दिनों नेशनल हाइवे पर वाहनों की जगह आवारा पशुओं का बसेरा बन गया है. इन दिनों NH पर जगह-जगह आवारा पशु देखे जा रहे हैं. ऐसे में यदि आप अनजान या बेफिक्र होकर अपना वाहन चलाते हैं तो हाइवे पर बैठे ये यमदूत रूपी आवारा पशु कभी भी आपको काल का ग्रास बना सकते हैं.
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से NH पर सड़क दुर्घटनाओं के मामले बढ़ गए हैं. यहां आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाग्रस्त होकर दर्जनों लोग काल के गाल में समा चुके हैं. ऐसे में राहगीरों में आक्रोश है कि NH पर हाइवे कंपनी को टैक्स चुकाने के बाद भी कोई सुरक्षति सफर नहीं कर सकता है.
दो बार टोल टैक्स चुकाने के बाद भी सुरक्षित यात्रा की गारंटी नहीं
बात करें नेशनल हाइवे की तो जयपुर से महुआ के बीच महज 110 120 किमी की दूरी तय करने से पहले दो जगह टोल टैक्स चुकाना होता है. वाहन चालक टोल बकायदा भरते हैं लेकिन नेशनल हाईवे कंपनी आप को सुरक्षित सफर की कोई गारंटी नहीं देती.