दौसा. जिले की कोतवाली थाना पुलिस ने ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले एक गिरोह का खुलासा करते हुए बुधवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, आरोपियों ने 24 दिसंबर को दौसा में स्थित झलक मोबाइल पॉइंट से फाइनेंस पर 2 मोबाइल खरीदे. जिनकी कीमत सवा दो लाख रुपए थी. इस दौरान केवाईसी अपडेट करने के बाद भी दुकान मालिक के खाते में रुपए नहीं आए. इस पर दुकान मालिक ने फाइनेंस कंपनी से खाते में रुपए नहीं आने का कारण पूछा. इसके बाद दुकान मालिक को अपने साथ हुई ठगी की वारदात का पता चला.
क्या है पूरा मामला: पुलिस के अनुसार पीड़ित मोबाइल दुकानदार ने ठगी का मामला दर्ज कराया था. जिसमें उसने बताया कि 24 दिसंबर को शाम करीब 7 बजे एक हरियाणा नंबर की कार आई. जिसमें से 4-5 लड़के उतरे. उन्होंने फाइनेंस पर दो मोबाइल खरीदे. जिनमें एक मोबाइल की कीमत 1 लाख 55 हजार रुपए और दूसरे मोबाइल की कीमत 75 हजार रुपए थी. मोबाइल खरीदने के बाद आरोपियों ने पेन कार्ड और आधार कार्ड नंबर दिया. जिसके आधार पर पीड़ित ने केवाईवी अपडेट कर ओटीपी के आधार पर मोबाइल फोन का बिल जारी कर दिया. लेकिन जब रुपए खाते में नहीं आए तो, फाइनेंस कंपनी से संपर्क किया. इस दौरान फाइनेंस कंपनी ने बताया कि उक्त आरोपी इसी तरह मोबाइल विक्रेताओं के साथ धोखाधड़ी करते हैं.
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कैसे देते हैं वारदात को अंजाम: पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद यहाया (33) पुत्र मोहम्मद जकरिया, शहजाद (25) नाजीर निवासी नूंह हरियाणा की नूंह में मोबाइल की शॉप है. जिन्हें फाइनेंस पर मोबाइल खरीदने का अच्छा अनुभव है. ऐसे में मोबाइल कंपनियों द्वारा इनको टैब और फाइनेंस के लिए एप्लीकेशन उपलब्ध करवाई हुई है. जिसके कारण उक्त आरोपी जीएसटी रजिस्टर्ड व्यक्तियों के पेन नंबर सर्च करते हैं. वहीं मोबाइल फाइनेंस की एप्लीकेशन में जीएसटी रजिस्टर्ड व्यक्तियों के पेन नंबर भरकर लोन के लिए आवेदन करते हैं.