दौसाःदौसा जिला अस्पताल में नवजात बच्चों की सुरक्षा राम भरोसे ही हो रही है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अस्पताल में नवजात गहन चिकित्सा इकाई में लगे 20 में से 17 रेडिएंट वार्मर खराब पड़े हैं. हैरानी की बात तो ये है कि इन्हें कंडम तक घोषित किया जा चुका है, बावजूद इसके इन्हें काम में लिया जा रहा है.
पिछले दिनों कोटा में हुई नवजात बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार की ओर से बच्चों की सुरक्षा को लेकर तमाम तरह के दावे किए गए थे. लेकिन, दौसा जिला अस्पताल में हालात कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं.
यहां पर नवजात गहन चिकित्सा इकाई में 20 रेडिएंट वार्मर हैं, इनमें से 17 खराब हो चुके हैं. कोटा मामले के बाद नवजात बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए दौसा जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा भी खराब पड़े वार्मर्स के लिए डिमांड सरकार तक भिजवाई गई थी. काफी दिनों बाद भी अभी तक अस्पताल में वार्मर उपलब्ध नहीं हो सके हैं.