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एक बार फिर मास्क बनाने में जुटा पंवार दंपती

प्रदेश में अक बार फिर से कोरोना ने दस्तक दे दी है. जहां इस खतरे को देखते हुए सरदारशहर के वार्ड 12 निवासी अमरचंद पंवार ने एक बार फिर से मास्क बनाना शुरू कर दिया है. बता दें कि बीते वर्ष भी अमरचंद पंवार ने खुद के खर्चे पर 30 हजार मास्क बनाकर निशुल्क वितरित किए.

मास्क बनाने में जुटा पंवार दंपती, Pawar couple engaged in mask making
मास्क बनाने में जुटा पंवार दंपती

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Published : Apr 10, 2021, 11:18 AM IST

सरदारशहर (चूरू).कोरोना की लहर एक बार फिर से प्रदेश में तेजी से अपने पांव पसार रही है. जहां इससे निपटने के लिए एक तरफ जहां प्रशासन लगातार मुस्तैद है, वहीं दूसरी ओर अब धीरे-धीरे सामाजिक लोग भी आगे आने लगे है. ऐसे में सरदारशहर के वार्ड 12 निवासी अमरचंद पंवार ने कोरोना को देखते हुए एक बार फिर से मास्क बनाना शुरू कर दिया है.

मास्क बनाने में जुटा पंवार दंपती

गत वर्ष भी कोरोना जब हावी हुआ था, तब ना सिर्फ केंद्र और प्रदेश की सरकारें बल्कि सामाजिक लोगों ने भी कोरोना को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हर किसी ने कोरोना को हराने के लिए अलग-अलग प्रकार से कोरोना से लड़ाई लड़ी. इसी का नतीजा रहा कि हम कोरोना के प्रभाव को कुछ हद तक कम कर सके. इसी प्रकार सरदारशहर के वार्ड 12 निवासी अमरचंद पंवार ने कर्जा कर के 10 महीनों में खुद के खर्चे से 30 हजार निशुल्क मास्क बना कर वितरित किए. वहीं जैसे ही प्रदेश में कोरोना का प्रभाव कम हुआ तो अमरचंद ने कुछ समय के लिए मास्क बनाने बंद कर दिए, लेकिन अब एक बार फिर से प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना तेजी से प्रदेश में फैल रहा है इसको देखते हुए अमरचंद पंवार एक बार फिर से अपने मिशन में जुट गए हैं. अमरचंद ने फिर से मास्क बनाना शुरू कर दिया है और इस काम में उनकी धर्मपत्नी संतोष पंवार है वह भी उनका साथ दे रही हैं.

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गौरतलब है कि गत वर्ष मार्च माह में कोरोना महामारी शुरू हुई, जिसे देखते हुए सरकार को लॉकडाउन लगाना पड़ा. लॉकडाउन में जब मास्कों की कालाबाजारी अपने चरम पर थी और 5 रुपये में बिकने वाला मास्क 50 रुपये में बेचा जा रहा था, जिसके चलते गरीब तबके के लोगों को मास्क खरीदने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. उस समय अमरचंद पंवार आगे आए और खुद के खर्चे पर 30 हजार मास्क बनाकर निशुल्क वितरित किए. इस दौरान पवार ने प्रशासनिक कार्यालयों और शहर के बाजारों और वार्डो में निशुल्क मास्क वितरित किए और मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया.

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