राजस्थान

rajasthan

चूरू में दूल्हा पहुंचा डॉ. अंबेडकर स्मारक, यहां बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर बारात ले हुआ रवाना

By

Published : Oct 20, 2019, 11:54 AM IST

चूरू में डीएएसएफआई के स्थापना दिवस के अवसर पर डॉ. अंबेडकर स्मारक पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वहीं इस अवसर पर संगठन के महासचिव अपनी शादी के दिन बारात लेकर जाने से पहले यहां कार्यक्रम में पहुंचे और बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद यहां से बारात लेकर रवाना हुए.

The groom reached Dr. Ambedkar memorial in Churu, चूरू में डीएएसएफआई के स्थापना दिवस कार्यक्रम, Foundation Day Program of DASFI in Churu

चूरू.शहर में डीएएसएफआई संगठन के जिला महासचिव वसीम चौहान अपनी बारात लेकर जाने से पहले यहां डॉ. बीआर अंबेडकर स्मारक पर पहुंचे. यहां उन्होंने डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. वसीम अपनी शादी के दिन बारात लेकर जाने से पहले संगठन के स्थापना दिवस के अवसर पर अंबेडकर स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे. वहीं माल्यार्पण करने के बाद वसीम यहां से बारात लेकर दोस्तों के साथ रवाना हुआ.

डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने पहुंचा दूल्हा

वसीम चौहान ने बताया कि वे जन्मदिन और दूसरे कई मुबारक मौकों पर डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करते रहते हैं. वे शादी के बंधन में बंधकर नए जीवन की शुरुआत कर रहे है. इस मौके पर उन्होंने बारात ले जाने से पहले दोस्तों के साथ अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया है. साथ ही बताया कि उन्हें खुशी है कि वे बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद अपने दोस्तों के साथ बारात लेकर जा रहे हैं.

ये पढें: चूरूः बागला बालिका स्कूल की बाल सभा में छात्राओं से रूबरू हुईं एसपी

वहीं इस मौके पर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश वर्मा ने बताया कि शनिवार को छात्र संगठन का स्थापना दिवस मनाया गया. इस स्थापना दिवस के दिन संगठन के महासचिव वसीम चौहान भी कार्यक्रम में शरीक हुए और बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर बारात लेकर रवाना हुए. वहीं यहां पहले भी कई युवा शादी के बाद आशीर्वाद लेने आ चुके हैं.

ये पढें:चूरू एसपी ने स्टूडेंट्स को पढ़ाया ट्रैफिक नियमों का पाठ, कहा - जिंदगी अनमोल, यातायात नियमों की करें पालना

कई नवविवाहित आते रहते हैं इस स्मारक पर

चूरू के कई युवा इस स्मारक पर शादी के मौकों पर आते रहते हैं. बारात लेकर जाने से पहले यहां पर आशीर्वाद लेने की बात हो या शादी करके दुल्हन को घर लाने की. यहां पर कई युवा शादी के मौके पर आ चुके है. शादी के बाद में जहां देवी देवताओं के धोक लगाने की परंपरा तो रही है लेकिन चूरू के युवाओं ने अब यह एक नई शुरुआत की है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details